Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best rasm Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best rasm Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutrasmus the rain, rasme ulfat ko nibhaye to nibhaye kaise, rasmay meaning in hindi, rasmita meaning in hindi, rasman meaning in hindi,

  • 26 Followers
  • 32 Stories

ओम नमः शिवाय

NAZAR

V S

#sunrisesunset #rasm #bandhan #Radha #shyam #Sita #nojohindi #nokotofilms #nojofamily #nokotowriters Bhavana kmishra SARITA AARTI Xyz Anshu writer

read more

Afreen Siddiqui

#rasm-e-aashiqui

read more

Shamsher Sahil

जाना ही था तो  हमको बताकर चले जाते,
इक रस्म-ए-जुदाई तो निभाकर चले जाते।

©Shamsher Sahil #Shamsher_Sahil #judai #rasm #rekhtashayari #शमशेर_साहिल #Urdughazal #Pain #dard

#zindagikerang

Abundance

#LataMangeshkar #rasm E ulfat #urdu

read more
Rasm -e- ulfat ko nibhayein to nibbhayen kaise.....har taraf aag hai daman ko bachayen kaisey....
lyrics-naqsh llayalpuri

©dilo❤️ ki mallika #LataMangeshkar #rasm E ulfat #urdu

MD Shahadat

अजीब दास्तां है इस दुनिया के रस्म की, 
मेरे समझ से तो बिलकुल परे है
जिसके पास है जितनी महंगी मूर्ति, 
वो उतनी बड़ी झोली फैलाए खड़े है
लोग अपनी ख्वाहिशों को लिस्ट मैं, 
थोड़ा और बस थोड़ा और जुटाए चले है
जिसे लगी थी भूल जोर की, 
उसे अन्न का एक दाना भी न मिला
और लोग पत्थर की मूरत पे सोने का मिखोटा चढ़ाए चल है
किसी के घर चूल्हा न जला, पकाए भी तो क्या अन्न कहा था
तो कोई चप्पनभोग चढ़ाए चले है
किसी का घर था अंधेरे से भरा, 
तो कोई चिरागो तले दिया जलाए चले है
बड़ी अजीब दास्तां है दुनिया की रस्म की, 
मेरे समझ से तो बिलकुल परे है
क्यूं ठंड से बिलखते लोगो को भुला जाते है लोग, 
क्यूं मजारों पे चादर चढ़ा जाते है लोग
क्यूं  बेसहारों का दर्द किसी को नही दिखता
क्यों भगवान की तरह दुख भी बाजारों में नही बिकता
क्या महंगी मूर्ति में ज्यादा और सस्ती में दुओं का असर कम होता है
क्या बेचने वालों की दुआ कमजोर, 
और खरीदने वालों की दुआ में दम होता है
इन रंगों का क्या कसूर
इन रंगों का क्या कसूर
आखिर क्यू लाल और हरे में इतने भेद खरे है
अजीब दास्तां है दुनिया के रस्म की, 
मेरे समझ से तो बिलकुल परे है
क्या सचमे भूखे रहने से मन्नतें पूरी होती है
तो क्यू उस गरीब की जरूरतें पूरी नहीं होती
क्या गरीब की दुआ में वाकई दम होता है
तो क्यों उस्कीखुशियों का सेहरा इतना कम होता है
क्या वहाँ भी सस्ती और महंगी मूर्ति का हिसाब होता है
क्या वहाँ भी कोई फकीर तो कोई नवाब होता है
क्या वहां भी महंगी और सस्ती चादर चढ़ाने का बवाल होता है
या किसको उढ़ाई वो चादर, ये सवाल होता है
बगल में कोई भूखा है, इस बात का इल्म भी नही है
और अनदेखे ईश्वर को लुभाए चले है
अजीब दास्तां है दुनिया के रस्म की, 
मेरे समझ से तो बिलकुल परे है
जिस पास है जितनी मंहगी मूर्ति,
वो उतनी ही बड़ी झोली फैलाए खड़े है

©MD Shahadat #mdshahadat #dastaan #duniya #rasm #dharm #poem
#Drops #Murti

Huzaifa Bhat

" کافر " Hasrat'ein dum todh chuki hai ! Mere khaw'b jo thay purey huwe na Mere andar k jazbat thay jo ! Hoonton tak aaye , par tehreer huwe na

read more
"  کافر  "  

Hasrat'ein dum todh chuki hai !
Mere khaw'b jo thay purey huwe na

Mere andar k jazbat thay jo !
Hoonton tak aaye , par tehreer huwe na

Nibhayi mohbht ki har rasm hamne !
Sooli par chade par " kafir " huwe na 

Aaj bhi hai unko nafrat humse !
Hum khaak hogaye par wo moom huwe na ..

 " حذیفہ بٹ " "  کافر  "  

Hasrat'ein dum todh chuki hai !
Mere khaw'b jo thay purey huwe na

Mere andar k jazbat thay jo !
Hoonton tak aaye , par tehreer huwe na

Huzaifa Bhat

" کافر " Hasrat'ein dum todh chuki hai ! Mere khaw'b jo thay purey huwe na Mere andar k jazbat thay jo ! Hoonton tak aaye , par tehreer huwe na

read more
"  کافر  "  

Hasrat'ein dum todh chuki hai !
Mere khaw'b jo thay purey huwe na

Mere andar k jazbat thay jo !
Hoonton tak aaye , par tehreer huwe na

Nibhayi mohbht ki har rasm hamne !
Sooli par chade par " kafir " huwe na 

Aaj bhi hai unko nafrat humse !
Hum khaak hogaye par wo moom huwe na ..

 " حذیفہ بٹ " "  کافر  "  

Hasrat'ein dum todh chuki hai !
Mere khaw'b jo thay purey huwe na

Mere andar k jazbat thay jo !
Hoonton tak aaye , par tehreer huwe na

Huzaifa Bhat

Hasratein dum todh chuki hai !
Mere khawb jo thay purey huwe na

Mere andar k jazbat thay jo !
Hoonton tak aaye , par tehreer huwe na

Nibhayi mohbht ki har rasm hamne !
Sooli par chade par kafir huwe na 

Aaj bhi hai unko nafrat humse !
Hum khaak hogaye par wo moom huwe na .. #hasratein#khaak#moom#rasm#mohabbht#love#quote#shayeri #huxaifawrites
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile