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Poonam Ritu Sen
नारंगी कपड़ों में लिपटी हुई रामायण एक फिरंगी महिला के हाथ मे उसे पढ़ता देखकर, किसी सुबह गर्व हुआ मुझे अपनी संस्कृति और सभ्यता पर, दूजी ओर, वही फिरंगी महिला हुई छींटाकशी का शिकार सुन कर, उसी रात शर्म और क्रोध पदाघात कर गए मेरे मस्तक पर.. नारंगी कपड़ों में लिपटी हुई रामायण एक फिरंगी महिला के हाथ मे उसे पढ़ता देखकर, किसी सुबह गर्व हुआ मुझे अपनी संस्कृति और सभ्यता पर, दूजी ओर, वही फिरंगी महिला हुई छींटाकशी का शिकार सुन कर, उसी रात शर्म और क्रोध पदाघात कर गए मेरे मस्तक पर.. #YQbaba #YQdidi #orange #नारंगी #फिरंगी #महिला #रामायण #गर्व #सभ्यता #संस्कृति #छींटाकशी #शिकार #सुबह #रात #शर्म #क्रोध #पदाघात #मस्तक
Satish Chandra
फिर जैसे मानो देश में एक लहर सी आई आजाद होने की हम में ख़ुमारी सी छाई, कुछ नर्म दल, कुछ गर्म दल सब मिल कर हो गए अचल, कर दिखाया फिर सारे देश ने कमाल दे दी हमें आजादी, हो गए अच्छे हाल, अब वापस से देश को अपने विकास के पथ पर लाना है, उन्नत से सर्वोन्नत बना कर एक नया इतिहास बनाना है। -Satty #फिरंगी #YQdidi YourQuote Didi #FreakySatty फिरंगियों को भगाया देश को जगाया
Juhi Grover
तू फिरंगी, मैं हिन्दुस्तानी, कैंसे होगा यों मेल प्रिये, स्पष्ट ही है तेरी कहानी, कैंसे ही हो स्वीकार प्रिये। #फिरंगी #yqdidi #yqbaba #yqquotes #yqhindi #yqchallenge
CalmKazi
तेरा इश्क़ भी एक फिरंगी सा, कामिल न छोड़ा कब्ज़े के बाद । बातों का मुरीद छोड़ गया ।। #फिरंगी #firangi #YQBaba #YQDidi #CalmKaziWrites #Triveni #त्रिवेणी #Hindi #Nazm #Sher #शेर #नज़्म #हिंदी #कविता
pradeep shakya
सोचा था तड़पायेंगे हम उन्हें, किसी और का नाम लेके जलायेगें उन्हें, फिर सोचा मैंने उन्हें तड़पाके दर्द मुझको ही होगा, तो फिर भला किस तरह सताए हम उन्हें..... ©pradeep shakya #for #loV€fOR€v€R #Foggy #फिरंगी #loV€fOR€v€R❤️ #fog
Shashi Aswal
"फिरंगी" अक्सर गोरे लोगों को कहा जाता हैं, जो हिंदुस्तान पर पहले शासन करते थे, उन्हें शक्ति का प्रदर्शन करने वाला समझा जाता था, लोगों पर जुल्म करना और उन्हें प्रताड़ित करना, अपना हक सा समझते थे।।। समय बदला, उसके साथ लोग भी, ऐनी बीसेंट जैसी अंग्रेज महिला, जो भारत को अपनी मातृभूमि कहती थी, जिन्होंने संस्कृत तक सीखा, और देश की आजादी में अपना, अमूल्य योगदान दिया।।। मैं किसी का पक्ष नहीं ले रही, किसी शब्द के कारण, आप किसी के बारे में नहीं सोच सकते, वरना कहीं अपने भी थे, जो अंग्रेजों के साथ मिले थे, और आजकल आप देख भी सकते हो, बनारस में कहीं "फिरंगी", धूमधाम से होली बनाते हैं, कान्हा के रंग में डूब कर....... #YQbaba #YQDidi #फिरंगी"#thinking
jex jakhar😘
प्रेम शाश्वत है, हम न जान पाए, किंतु वो #फिरंगी जो #सिर्फ राज करना जानते थे, तोप बंदूको की नोक पर, वो जान गए नही पता फिर किस रूप मे उसे आना है पर इतना जानता हूँ, इक दिन समस्त सृष्टि को #कृष्णमय हो जाना है ... राधे राधे 🙏
प्रेमांजल
मैं आज़ाद था, जन्मदिन मुबारक, चंद्रशेखर आज़ाद मैं आजाद था, मैं आजाद था। बगावत की अदम्य आवाज था, दहकते दिलो में मेरा राज था। सलाखें भी झुक गई जिसका जिस्म छूकर , वह फौलाद था।। मैं आजाद था, मैं आजाद था।। गुलामी मेरी फितरत में नहीं, झुका दें फिरंगी उनकी जुर्रत नहीं। होश उड़ा दे फिरंगी का, ऐसा अंदाज था। मैं आजाद था, मैं आजाद था।। #मैं_आजाद_था #nojoto #loveAngel #deshbhakti
Anil Siwach
Kiran Bala
झाँसी की रानी थी एक नार अलबेली,चतुर सलोनी था नाम मनु पर सब कहते छ्बीली ढाल,तलवार, कटार संग वो खेली निडर, साहसी वीरांगना थी फुर्तीली आई झाँसी में बन वो दुल्हन नवेली थी खेली वक्त ने भी आँख- मिचौली हुई विधवा,रह गई निसंतान अकेली तब धूर्त डल्हौजी ने चाल एक खेली लैप्स की आड़ में, झाँसी थी ले ली दत्तक पुत्र को ले संग-साथ छबीली नाना ,ताँत्या, के संग बना के टोली बन रण-चण्डी, रक्त की खेली होली घबराए फिरंगी,फौज वापस थी ले ली थे धूर्त फिरंगी चाल फिर वापिस खेली घेरा रानी को तब जब वो थी अकेली कर वार पर वार बच निकली छबीली पर दुष्टों ने घोड़े की जान थी ले ली ले नया घोड़ा वो बढ़ चली अकेली था नाला सामने जिद घोड़े ने कर ली घिर चुकी थी अब वो मनु फुर्तीली हारी नहीं, अन्त तक लड़ी अलबेली घबराए ह्यूरोज ने कटार पीछे से फेंकी मरते हुए भी प्राण उसके वो ले गई है धन्य धरा आज भी तुमसे छबीली अमिट रहेगी,सदैव यश-गाथा तेरी थी एक नार अलबेली,चतुर सलोनी था नाम मनु पर सब कहते छ्बीली ढाल,तलवार, कटार संग वो खेली निडर, साहसी वीरांगना थी फुर्तीली आई झाँसी में बन वो दुल्हन नवेली थी खेली वक्त ने भी आँख- मिचौली हुई विधवा,रह गई निसंतान अकेली तब धूर्त डल्हौजी ने चाल एक खेली