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Srk writes
हमारे साथ बचपन से यही हुआ है..!! , , जब पैसा हुआ तो पसंद का खिलौना बिक गया..!! #S... ©Srk writes #गरीबों की मोहब्बत मर जाती हैं
#गरीबों की मोहब्बत मर जाती हैं
read moreMona Singh
"मुकद्दर के धनी" अमीरों के बस्तियों में दिखते है जनाब... #गरीबों के समाने तो जेब टटोलते ही लोग नजर आते हैं.. आत्मसंपदा ©Mona Singh #मुकद्दर
Ram babu Ray
आज इंसान जो बगावत कर रहा तो धरती का क्या होगा यदि हवाओं ने बगावत की तो संसार का क्या होगा धर्म के नाम पर गरीबों को रात-दिन ठगने वालों यदि भगवान ने बगावत की तो इंसान का क्या होगा..!! ©Ram babu Ray आज इंसान जो बगावत कर रहा तो #धरती का क्या होगा यदि हवाओं ने बगावत की तो #संसार का क्या होगा #धर्म के नाम पर #गरीबों को #रात_दिन ठगने वालों
Mahboob Alam
Happy Lohri Wishes वो हो जायेंगे #खुश 😙 कुछ #पतगें 🔷️🔶️ लूट कर ही.. ऐ #हवा 💨 तू अपना रुख #गरीबों की #बस्ती 🏚 की तरफ ही रखना.. 🙂 ©Mahboob Alam #Lohri
Diwan G
बदनसीबों के नसीब में खुशियों से खेलता है,गमों से परे रहता है, सब अच्छा होता है,जिसका नसीब होता है, बदनसीबों के नसीब में,कहाँ नसीब होता है। लोग कहते हैं कि,किस्मत नहीं होती, तो फिर जरा मुझको ये बताना यारो, अमीरों की औलाद गरीब क्यों नहीं होती। माना कि मेहनत से काम होता है, फिर कहाँ गरीब का नाम होता है, Diwan G मेहनत वो भी करता है,कहाँ उसे आराम होता है। गरीबों के पास दर्द है,तो दवा नहीं, अमीर के पास दवा है,तो दर्द नही, इस दौर में कहाँ जिंदगी में,संतुलन होता है, बदनसीबों के नसीब में,कहाँ नसीब होता है। नफरत नहीं मुझे अमीरों से, मोहब्बत है मुझे गरीबों से, गरीब को गरीब देखा है,अमीरों को अमीर देखा है, बदनसीबों के नसीब में,कहाँ नसीब होता है।। बदनसीब #अमीर #गरीब #नसीब #बदनसीब #जिंदगी #nojoto
Mohammad Arif (WordsOfArif)
सियासत की भूख उन्हें ऐसी लगी है जाने क्यूं बस वह नफरत की बात करते हैं झूठा वादा किया था गरीबों से उन्होंने गरीबों की नहीं बस चंद अमीरों की बात करते है कितना खुदगर्ज है ये जनता भी जब चाहे वह बस उन्हें लूटने की बात करते हैं कितने लूट गए उनके सियासी चाल में सच को झूठ साबित करने की वह बात करते है क्या यही था अच्छे दिन का वादा तुम्हारा बस लोगों को आरिफ आपस में लड़ाने की बात करते हैं सियासत की भूख उन्हें ऐसी लगी है जाने क्यूं बस वह नफरत की बात करते हैं झूठा वादा किया था गरीबों से उन्होंने गरीबों की नहीं बस चंद अमीरों की बात करते है कितना खुदगर्ज है ये जनता भी जब चाहे वह बस उन्हें लूटने की बात करते हैं
सियासत की भूख उन्हें ऐसी लगी है जाने क्यूं बस वह नफरत की बात करते हैं झूठा वादा किया था गरीबों से उन्होंने गरीबों की नहीं बस चंद अमीरों की बात करते है कितना खुदगर्ज है ये जनता भी जब चाहे वह बस उन्हें लूटने की बात करते हैं
read moreMohammad Arif (WordsOfArif)
गरीब का बच्चा मरता है तो मर जाये अमीर का बच्चा मरता है तब हल्ला हो जाये कितनी बेबसी लाचारी का आलम है क्या बीत रही है उन बच्चो पर कोई देखने आ जाये अब नजरे मिलाकर क्या कहे उनके मां बाप से कितने कमजर्फ नेता है जो वादा करके भूल जाये गरीब अपनी मजबूरी किस से बया करे जब चाहे नेता गरीबों को ही लूटकर दूर चला जाये कहने को सब कहते है गरीबों का उत्थान करेगें आरिफ गरीब मुसीबत में हो तो अब क्यूं दूर जाये गरीब का बच्चा मरता है तो मर जाये अमीर का बच्चा मरता है तब हल्ला हो जाये कितनी बेबसी लाचारी का आलम है क्या बीत रही है उन बच्चो पर कोई देखने आ जाये अब नजरे मिलाकर क्या कहे उनके मां बाप से कितने कमजर्फ नेता है जो वादा करके भूल जाये
गरीब का बच्चा मरता है तो मर जाये अमीर का बच्चा मरता है तब हल्ला हो जाये कितनी बेबसी लाचारी का आलम है क्या बीत रही है उन बच्चो पर कोई देखने आ जाये अब नजरे मिलाकर क्या कहे उनके मां बाप से कितने कमजर्फ नेता है जो वादा करके भूल जाये
read moreMohammad Arif (WordsOfArif)
गरीबों को कब तक सताओगे बताओ तुम कब तक रूलाओगे खामोश रहते है ये उनकी नादानी है अपने पर उतर गये तो बहुत रूलायेगे कितना बदनाम कर रहे हो तुम एकता की मिशाल बनकर तुमको दिखायेगे अब झूठ बोलना बन्द कर दो सब एक होकर अपनी मिशाल बतायेंगे अपनी गरीबी का ढोंग ना कर सब पता गरीबों को अब और सताओगे गरीबों को कब तक सताओगे बताओ तुम कब तक रूलाओगे खामोश रहते है ये उनकी नादानी है अपने पर उतर गये तो बहुत रूलायेगे कितना बदनाम कर रहे हो तुम एकता की मिशाल बनकर तुमको दिखायेगे
गरीबों को कब तक सताओगे बताओ तुम कब तक रूलाओगे खामोश रहते है ये उनकी नादानी है अपने पर उतर गये तो बहुत रूलायेगे कितना बदनाम कर रहे हो तुम एकता की मिशाल बनकर तुमको दिखायेगे
read moreShayar Abhiraaj Kashyap
ईमान बेचते है.. इंसान बेचते है ये देश के नेता है..हिंदुस्तान बेचते है😔.. सत्ता पाने को अपनी हस्ती बढ़ाने को ये गरीबों की झुग्गी झोपडी और माकन बेचते है ये देश के नेता है😔😔😔.... बोटो की ख़ातिर ये झगडे, दंगे कराते है , 🕉मदिंर-मस्जिद☪ का मुद्दा उठाते है..... ये देश के नेता है😔 झूठे बादे हजार करते हैं.. झूठी आस दिखा कर किसान को लोन देते है, लोन ना भरने पर लोन उनकी जमीन नीलाम करते है...😔😔 ये देश के नेता हैं..ईमान बेचते हैं😥😥😥 शरहद पर खड़ा जवान खेतों में पड़ा किसान इनसे भी झूठे बादे हजार करते है ये देश के नेता हैं..... बढ़ता भाव खाद-बीज का, किसानो की फसलों पर ये टैक्स लेते है.. ये देश के नेता हैं.....गरीबों की जान बेचते हैं😔😥..... शरहद पर मरता जवान, खेतों में झूलते किसान ये इन् बातों पर भी राजनीति किया करते है ये देश के नेता हैं...हिन्दुस्तान बेचते हैं..... सत्ता पाने की खातिर शरहद से सैनिको और खेतों से उनके किसान छीनते है ये देश के नेता हैं....... ये देश के नेता हैं हिंदुस्तान बेचते है....😔😢😔😢😔 लिखित:-अभिषेक कश्यप द्वारा नयनसी परमार Havaruni Dueby Devashish Pushkar Farooque Ansari Anselm Salil Barwa Renuka Singh
नयनसी परमार Havaruni Dueby Devashish Pushkar Farooque Ansari Anselm Salil Barwa Renuka Singh
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