Find the Best ankur Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutmr ankur please pickup the phone, ankur singhal the hartford, ankur and taru gupta, ankur and priyanka modi collection, ankur modi and priyanka modi,
Ankur Singh
ए सनम तुम पर हमारा दिल आया है रातों की नींदें दिन का करार तुमने चुराया है चले आये तुम मेरे दर्मियांन तुम्हें मेरे दिल ने बुलाया है ©Ankur kumar mohobat shayari #Ankur Amaanat Chandni Khatoon Chandni Khatoon Suman Zaniyan Rohan Ustaad
mohobat shayari #ankur Amaanat Chandni Khatoon Chandni Khatoon Suman Zaniyan Rohan Ustaad
read moreRaj k alfaz
#safarnama nojoto #nojotohindi #nojotoenglish #Poetry #Shayari #ankur #dhyanmira #rajeevbhardwaj #ObligationStory VAniya writer * pyare ji vks Siyag Raghu Ke Quotes Ek Aawaj
read moreमुखौटा A HIDDEN FEELINGS * अंकूर *
लवो पर सजी मुस्कान का झूठ खोल देते है आँसू दगाबाज है कमबख्त सच बोल देते है ©DEAR COMRADE (ANKUR~MISHRA) लवो पर सजी मुस्कान का झूठ खोल देते है आँसू दगाबाज है कमबख्त सच बोल देते है #ankur
लवो पर सजी मुस्कान का झूठ खोल देते है आँसू दगाबाज है कमबख्त सच बोल देते है #ankur
read moreमुखौटा A HIDDEN FEELINGS * अंकूर *
ख्यालों के हुजूम से, तनहाइयों के गलियारों तक, अपना सच ढूँढ रहा हूँ, मैं सोच के किनारों तक| खुदा भी मिला है और काफ़िर भी मुझे, मैं सिमट के रह गया हूँ, अपनी चार दीवारों तक| अपना सच ढूँढ रहा हूँ, मैं सोच के किनारों तक… मेरी आँखें गोया उसकी गुलामी करती हैं, वो ही दिखता है मुझे, नज़र से नज़ारों तक| अपना सच ढूँढ रहा हूँ, मैं सोच के किनारों तक… एहसान मोहब्बत का रहा मुझ पर उम्र भर, मेरे साथ रही वो, सवालों से जवाबों तक| अपना सच ढूँढ रहा हूँ, मैं सोच के किनारों तक… जिंदगी छोटी है मगर, ये सफर आसां नहीं, एक उम्र का फासला है, कोख से मज़ारों तक| अपना सच ढूँढ रहा हूँ, मैं सोच के किनारों तक… मैं हर्फ़ – हर्फ़ संजो लेता हूँ उसके लिए जो मिलता नहीं मुझे, दुआओं से किताबों तक| अपना सच ढूँढ रहा हूँ, मैं सोच के किनारों तक… #ANKUR# ख्यालों के हुजूम से, तनहाइयों के गलियारों तक, अपना सच ढूँढ रहा हूँ, मैं सोच के किनारों तक| खुदा भी मिला है और काफ़िर भी मुझे, मैं सिमट के रह गया हूँ, अपनी चार दीवारों तक| अपना सच ढूँढ रहा हूँ, मैं सोच के किनारों तक… मेरी आँखें गोया उसकी गुलामी करती हैं,
ख्यालों के हुजूम से, तनहाइयों के गलियारों तक, अपना सच ढूँढ रहा हूँ, मैं सोच के किनारों तक| खुदा भी मिला है और काफ़िर भी मुझे, मैं सिमट के रह गया हूँ, अपनी चार दीवारों तक| अपना सच ढूँढ रहा हूँ, मैं सोच के किनारों तक… मेरी आँखें गोया उसकी गुलामी करती हैं,
read moreAnkur Mishra..
ढलता हुआ सूरज देखकर छोड़ दिया था जिसने हमें उगता हुआ सूरज देखकर अक्सर वहीं याद किया करते है, चाहा तो बहुत था उनको इस महफिल में शायद उनको चांद से ज्यादा सूरज का कीमत पता नहीं था। कभी सुबह का सूरज और रात का चांद वहीं हुआ करते थे इस अंधेरी दुनिया में मेरे लिए उजाला वहीं हुआ करते थे ना जाने किसकी नज़र लग गई ए खुद अब जीवन में मेरे अंधेरे का कारण बस वहीं हुआ करते है। #ankur mishra# 🙃🙃🙃🙃 #ankurmishra
मुखौटा A HIDDEN FEELINGS * अंकूर *
अदब़ मैं भूल ना जाऊं कहीं .. तेरे इबादत की.. कि काफ़िर होके मुझसे ना माँग... मुहब्ब़त पहले वाली सी...।। मन्नतें जो भी थीं मेरी, वो दिल में सब्र होती गई.. कि बाकी अब रही ना कोई.. हसऱत पहले वाली सी...।। बसाकर घर रहा कोई मुद्दतों तक, आँखों की पनाह़ों में.. कि उसके फिर से ठहरने की ना है.. इजाज़त पहले वाली सी...।। हवा के रुख़ में बह गया वो,समझ मंजिल को ठिकाना.. कि अधूरा ख्वाब़ बनकर निभाई उसने.. फितरत पहले वाली सी..।। #ANKUR# #Freedom