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हयात की तस्वीर दीवारों को मुबारक, जमीन सा कोई मिले तो दे दू जो है कब्र मुझमें, चाँद के परत पर धूल सी है कई रात मुझमें, लिखती हूँ बूँदों पर पत्थर से देखो तो कुछ भी नहीं आँखे बंद कर पा लो कायनात मुझमे...... सलोनी कुमारी , ©khubsurat #khubsuratsaloni #Mai #Rose #Nojoto #nojotohindi SIDDHARTH SHENDE s2 Priya dubey Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय" Prakash Kumar कवि राहुल पाल
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मैं फिर से प्यार कर बैठी थी , ©khubsurat read in caption स्वर मे कंपन नहीं दिखे होंगे ना दिखी होगी कोई लकीरे चेहरा हरा भरा ही था मेरा इक पहर भर धूप थी बस जला नहीं शरीर बस तपा बहुत तपा तुम्हे पता नहीं चला होगा
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नाका़ब हैं तो रहे इसमे चेहरा हसींन होने की गुंजाहिश हैं परतें हट जाने के बाद भी रूह अब नहीं देखेगी ढल गया हैं वो फरेबी शाम भी सुबह की किरणों को ले कर पर्दा हट गया भी नजरों से तो अमावश मे रोशनी नहींं दिखेगी...... --- सलोनी कुमारी ©khubsurat #khubsuratsaloni #sunkissed #face #nakaab #achha #hakikat #kiran #light #amawas
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दो धार आँखे वो रौबदार आँखे जो रखी गई थी बड़े सलीके से ऐसे की न कुछ कटा है न कुछ बचा है बस बेबस है अपंग पंखों के साथ झूल रहा है झूला स्थूल पड़े मन मे एक बार फ़िर से हलचल हैं कंपन है और शरीर की धाराएँ कल - कल हैं वो सादी तुम्हारी कमीज की चमक से झिलमिला जाते हैं मेरे नजरों मे सितारे एक अंधकार मे लालिमा की सुबह हैं मुस्कान से खिलते होठ तुम्हारे कैसे कविता मे कैसे गज़ल मे ढालू मैं अन्धकार एक तेज़ को कैसे समा लू ------------सलोनी कुमारी ©khubsurat #khubsuratsaloni #love #reading
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डूब जाना है मुझे दिन तक ही देखो किरण बन कर भी कोई सदा साथ चल नहीं सकता..... ---सलोनी कुमारी ©khubsurat #khubsuratsaloni
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दाग दे कर हाथ साफ कर लिया सबने आजाद हैं मेरे गुनेहगार मुझे अंधेरे मे कैद कर- कर ---सलोनी कुमारी ©khubsurat #khubsuratsaloni taranpreet kaur sk. manjur Amita Tiwari Priya dubey Priya Gour
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मेरे शाम सरल नहीं हैं तुम्हारा पथ, मेरी पगडंडियो पर भी चल कर देखना कठिन हैं, तुम पीपल के छाव मे जब बंशी बजाते हो मैं धूप वर्षा मैं नंगे कदम आ जाती हूँ बिना सोचे बिना समझे सुद्बुध् हारे तुम्हे निहारने आजाती हूँ, तुम भी बहुत सहते हो जग जब शब्दो मे तुम्हे हमे लिखता हैं मेरा इंतजार और तुम्हारा मोह तोड़ जाने का वर्णन करता हैं, जब मैं भी यही कह दूँ समझती हू मेरे प्राण तुम्हारा हिर्दय और पीर से भरता हैं कृष्णा से द्वारीकधीस बनने की और हो तुम अब बंशी के साथ साथ तुम्हारे कर मे सुदर्शन चक्र भी देखना होगा मुझे देखा है तुम्हे बस मुझे पुकारते बेफिक्री मे गौ को चराते तो बस इसलिए समझ नहीं पाती, की तुम्हारा राज पाट और तुम्हारी जिम्मेवारी क्युंकि मैंने सदा नटखट कान्हा के बंसी के बुलाने पे सदा आई हूँ, अब भी तुम्हे कृष्णा मिलने पे द्वारीकधीस् बोल दू मैं समझती हूँ तुम्हें पर सायद खुद को नहीं समझा पाती हूँ खैर ये जीवन निरंतर बढ़ता रहेगा हम रुक जाए या चलते रहे इसे फर्क नहीं ये अपनी गति से चलेगा तो रुक के कुछ चंद छन तुम्हारे संग बिताने के लोभ मे तुम्हारे हिर्दय से जा रही हूँ दोष मेरा यह की खुद को नहीं समझा पा रही हूँ। मैं राधा नही बन सकी उनके जैसा धर्य नहीं मुझ मे पर कुछ तो है मेरे भी मन मे आपके लिए जो था है और सदा रहेगा प्रेम पर नहीं खड़ी उतर मैं पर इसे जो भी समझो हिर्दय पर आपका चित्र सदा रहेगा --सलोनी कुमारी ©khubsurat #poetryunplugged #khubsuratsaloni #Nojoto #steps Priya dubey Vasudha Uttam Sudha Tripathi Bhawna Mishra taranpreet kaur Priya Gour
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लोग अगर समंदर मे उतर कर नमकिन हो जाते तो हम कवि शब्दो से कब का गमगीन हो जाते हँस जाते रो जाते हैं हम तो गैरो की बात मे गैरो की चाह मे ग़ैरो की तकलीफ़ मे, रोकर भी बो जाते हैं अपने बीज हँस कर भी गैरो के लिए फसलें काटते हैं, माना रूप रंग जरूर लिखते हैं इंद्रधनुषि पर रंग सफेद और काले को कभी नहीं छाटते हैं हम कवि शब्दों के बहुत समीप होते हैं पर कर्मो से दूर नहीं होते ------ सलोनी कुमारी ©khubsurat #khubsuratsaloni #poetryunplugged #allalone
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चुनने आये थे जो वो समेट कर ले गये, अदब मे गुस्ताखी की अँग्रेजी लिवाज मे वो उर्दू के लब्ज थे, मुस्कुराने वालो मे से हम भी ना थे, पर मुस्कुरा दिया जाने जब उन्होंने कहा, आप हैं खूबसूरत बेसख , पर आपसे भी ज्यादा खूबसूरत आपके शब्द हैं......... ----- सलोनी कुमारी ©khubsurat #Nojoto #nojotohindi #khubsuratsaloni
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तारे बेरूपिये नजर मे नहीं, धरा पर आरती की थाल मे, आँगन मे, दिये जगमगाई हैं, संग पूरा परिवार हैं ईश्वर की कृपा से, साँवरे की स्मृति से आँखे झिलमिलाई हैं.... सलोनी कुमारी ©khubsurat happy diwali #khubsuratsaloni