Find the Best अनपढ़ Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about
Deep Kush
होंगी डिग्रियाँ हज़ार तुम्हारे पास बेशक रही होगी TOPPER तुम अपनी CLASS में पर यदि तुम किसी की FEELINGS नही समझ पाती तो अनपढ़ हो तुम उसकी ख़ामोशी को नही समझ पाती तो अनपढ़ हो तुम...... उसकी masumiyat को नही समझ पायी तो अनपढ़ हो तुम फर्जी है तुम्हारी ये डिग्रिया ,मुझे शक है तुम्हारे TOPPER होने में......... तुम कुछ समझ ही नही पाती #अनपढ़ हो तुम #अनपढ़ हो तुम.......... अनपढ़ हो तुम . . #yqbaba #yqdidi #yqtales #yqdada #yqquotes
Abundance
अनपढ़ को किताब दिया मैने कह रहा हैं हस कर कौन सी किताब हैं....... मैने कह दिया अनपढ़ हो मुझे पता हैं...... किताब तो यूँ ही दे दिया..... तुम्हे तो पहले चेहरा पढ़ना हैं..... अब नहीं पढ़ाती मैं किसी को...... ज़िन्दगी आउट ऑफ़ सिलेबस क्वेश्चन हैं...... ©MALLIKA #अनपढ़
Ajit Bhai Yadav
अनपढ़ होना भी अपने-आप में खाश हैं,पढे़-लिखे लोग तो नाम पढ़कर Call Recieve नहीं करते हैं! 🤔🤠🙄 ©Ajit Bhai Yadav #अनपढ़ Sandhya Priya Pandey रश्मि सचिन पाठक Kajal Singh Rajput Divya Kisku
Dr Manju Juneja
क -कभी भी तुम अनपढ़ ना रहना ,पढ लिखकर खुद भी साक्षर बनो और परिवार को भी साक्षर बनाना ख- खुद भी तुम पढ़ो लिखो और गरीब बच्चों को भी पढ़ाना खूब मेहनत करो और जीवन सफल बनाना पढ़ने से कभी जी ना चुराना ग -गलत पेपर पर कभी भी अंगूठा ना लगाना पढ़े- लिखे होंगे तो पेपर पर अँगूठे की जगह हस्ताक्षर कर आना फिर पढा- लिखा कोई तुम्हारा फायदा नही उठाएगा तुम भी दुनिया मे सर शान से ऊंचा कर चल पाना आजकल पढ़े- लिखो का ही है जमाना अनपढ़ को कोई पूछता नही अनपढ़ का उपहास उड़ाता है जमाना #HindiDiwas2020 #साक्षरता_दिवस_२०२० #अनपढ़ #पढा #सहायता #Educated #Fayda #जमाना #nojotohindi #परिवार
dilip khan anpadh
खुली किताब हैं हम *************** खुली किताब हैं हम पढ़ ना,सका कोई......2 यूँ ही, बेहिसाब हैं हम ना मिला, हिसाब कोई यू ही तरसे हमशकल को हम मिला ना हमको कभी,मेरा महताब कोई खुली किताब है हम पढ़ ना सका कोई.......2 हम चले थे जहां सुकूँ लेके दर्द है वो, बेमिशाल कह दे....2 आईना बन के मेरा,दिल ने, किया सजदा आज बिखरे तो चेहरे,कई हजार मिले गमजदा होके, हम तो बस, एक सवार निकले ढूंढने अपने नसीबा को,ये बहार निकले खुली किताब है हम पढ़ ना सका कोई.....3 वो जो रखा था एक, गुलाब मैंने....2 पूछा हम से,कई सवाल निकले....2 वो अदद सी ही थी,चाहत मेरी मेरी आशिक़ी ही अब, बबाल निकले चल दिये तो क्या हो, गए काफिर मेरा हमदम ही हमेशा,सबसे कमाल निकले खुली किताब है हम पढ़ ना सका कोई.....3 दिलीप कुमार खाँ"अनपढ़" #गजल #अनपढ़ #मेरे_अल्फाज #बोल #happybirthdaygulzar
maihar rankaj chaurasia
बचपन और माँ माँ अनपढ़ हो सकती है माँ का ज्ञान अनपढ़ नहीं हो सकता #रंकज #माँ #अनपढ़ #ज्ञान #SachiBaat #BachpanAurMaa
dilip khan anpadh
(साथ-साथ चले थे) वो चांदनी रात,और फैली हरियाली, ठंढी हवाओं के साथ,टिमटिमाते तारे, वो खिले हुए फूल,जंहा हम बैठे थे, सांसो की गर्मी से बन गए थे अंगारे। बांहों में बांहे थी, नजरो में प्यार था, हम मुहब्बत की गहराइयों में डूबे थे, हमारी अदाओं से,उनिंद लताओं से, कुछ कांटे मौसम को भी चुभे थे। वो पलके झुकाए,दांतो में दामन दबाए मेरे सीने पे सर रख सोई थी, मेरे पास होकर भी कुछ सपने बुनने में खोई थी, कभी तिनके उठा उसे तोड़ती थी, कभी कोई रेखा खींच उसे जोड़ती थी, अपने आप से थककर, कभी जम्हाई लेती थी कभी उंगलियों को चटका अंगराई लेती थी। उस रात उसकी हर अदा अनोखी थी, भ्रम के साथ,जीवन अनदेखी थी आखिर एक झोंका आया हवाओ का कजरी आंखे, मिटककर खुल गई, वो सहम कर बांहों में सिमट गई, शायद वो हमारे मिलान की आखिरी रात थी, नए सूरज के साथ,आने वाली कोई नई बात थी। हम बिछड़े और दूर दूर हैं पर साथ वो याद वो बात है कपोलो पे पड़ा चुम्बन सौगात है अब याद कर उन सदाओं को उठे कसक को दफना देते है पर आज भी याद है वो जगह जंहा हम मिले गले थे कदम दो कदम ही सही पर हम साथ साथ चले थे।।। दिलीप कुमार खाँ "अनपढ़" #मुहब्बत #प्रेम #प्यार #इश्क़ #यादें #अनपढ़ #Stars&Me
Mr_Gaurav
तुम इग्लिश मीडियम की पढ़ाई प्रिये में एक अनपढ़ सा छात्र हू तुम खूबसूरत सा डस्टर प्रिये में खुरदुरा चाक हूँ गुलाबो #अनपढ़ सा छात्र हु #najoto Vandana Bisht Gauri Gupta Rupali Roy Renuka Singh Kuldeep Kumar