Find the Best गान Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about भवइया गान वीडियो में, अब्दुलाली में बांग्ला गान, अब्दुलाली में पोल्ली गीति गान, भी दुआ बांग्ला गान, भी दुआ गान,
दिनेश कुशभुवनपुरी
गीत तुम हो गान तुम हो प्यार का पैगाम तुम हो। रात तुम हो प्रात तुम हो दोपहर की घाम तुम हो। चांद तुम हो चांदनी भी और तुम ही हो सितारा। नींद तुम हो स्वप्न हो तुम जिंदगी की शाम तुम हो॥ ©दिनेश कुशभुवनपुरी #Relationship #मुक्तक #गीत #गान #प्यार #पैगाम
Pnkj Dixit
💓...बन जाओ धड़कन का गान 🌷 हे प्रियतमा ! तुम मेरी प्रान माँग रहे हम उर में स्थान ।। प्रान हमेशा तुम्हारे नाम बन जाओ धड़कन का गान । जीवन पथ पर साथ चलें हम सुख - दुःख में साथ रहें हम ।। एक दूसरे का रखें ध्यान बन जाओ धड़कन का गान ।। पूर्ण प्रेम समर्पण हम कर जाएँ आत्मीय बन्धन से हम तर जाएँ ।। भर लें रोम-रोम में प्रेम का मान बन जाओ धड़कन का गान ।। ऐसा निश्छल प्रेम करें हम प्रीत में ऊँचा नाम करें हम ।। जीवन जीना हो जाए आसान बन जाओ धड़कन का गान ।। कमल की प्रीत कंवल समान प्रीत की रीत चंद्रिका नवल ज़हान ।। हमारे मन हृदय में तुम्हारा मान बन जाओ धड़कन का गान ।। २०/०९/२०१९ 🌷👰💓💝 ...✍ कमल शर्मा'बेधड़क' 💓...बन जाओ धड़कन का गान 🌷 हे प्रियतमा ! तुम मेरी प्रान माँग रहे हम उर में स्थान ।। प्रान हमेशा तुम्हारे नाम बन जाओ धड़कन का गान । जीवन पथ पर साथ चलें हम
Rachna Saxena
प्रधानमंत्री मोदी अपना, इस देश का है अभिमान, गर्व से ऊँचा सिर हमारा, विश्व में हिन्द की शान। जिसके नाम को लेने से कल हर बच्चा घबड़ाता था, स्वतंत्रता से जहाँ कभी कोई श्वाँस नही ले पाता था, उस घाटी मे गूँज उठा है देखो खुशी का गान, प्रधानमंत्री मोदी अपना, इस देश का है अभिमान। करना सरल नही था इतना, छोटा नही था काज, धारा 370 हटाना जहाँ आतंकवाद का राज, तिरंगा हवा में फहरा, गूँजा राष्ट्रगीत का गान, प्रधानमंत्री मोदी अपना, इस देश का है अभिमान। घाटी घाटी झूम उठी है, बज रहे ढ़ोल नगाढ़े, मोदी जी की जै जै, होती जन जन उन्हें पुकारे, कोकिल के मीठे गीतो ने छेड़ा सुरभि गान, प्रधानमंत्री मोदी अपना, इस देश का है अभिमान। रचना सक्सेना मौलिक इलाहाबाद कविता
Rachna Saxena
प्रधानमंत्री मोदी अपना, इस देश का है अभिमान, गर्व से ऊँचा सिर हमारा, विश्व में हिन्द की शान। जिसके नाम को लेने से कल हर बच्चा घबड़ाता था, स्वतंत्रता से जहाँ कभी कोई श्वाँस नही ले पाता था, उस घाटी मे गूँज उठा है देखो खुशी का गान, प्रधानमंत्री मोदी अपना, इस देश का है अभिमान। करना सरल नही था इतना, छोटा नही था काज, धारा 370 हटाना जहाँ आतंकवाद का राज, तिरंगा हवा में फहरा, गूँजा राष्ट्रगीत का गान, प्रधानमंत्री मोदी अपना, इस देश का है अभिमान। घाटी घाटी झूम उठी है, बज रहे ढ़ोल नगाढ़े, मोदी जी की जै जै, होती जन जन उन्हें पुकारे, कोकिल के मीठे गीतो ने छेड़ा सुरभि गान, प्रधानमंत्री मोदी अपना, इस देश का है अभिमान। रचना सक्सेना मौलिक इलाहाबाद कविता
Jiten rawat
On the Border कारगिल के वीर सपूत -------------------- कैसे न उनका सम्मान करूँ क्यों न उनका गुण-गान करूँ कर्जदार जिनका, ये वतन है ये मुल्क़ ये फ़िज़ा,ये गगन है जो सीने पे गोली खाकर भी हमे घरों में आराम से सोने देते हैं खुद परिवार से दूर रहकर जो हमे परिवार के बीच रहने देते हैं देश पे कुर्बान वीर जवान हुएँ, कैसे न उनका गुण-गान करूँ जो लौट के घर न आएँगे क्यों न उन्हें मैं नमन करूँ कारगिल विजय दिवस पर शहीदों को शत शत नमन 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 जय 🇮🇳 हिन्द #kargilvijaydiwas #nohotowriter #nojotopoem #jitenrawat #indianarmy #proudofmyindianarmy
Yogesh Sharma
हरेक दिन गाँउ सम्झन्छु ,हरेक रात देश सम्झन्छु अनि त्यही सम्झनामा मनमनै गुनगुनाऊछु ठाकुरका गान ठकुरीको धूनको साथ अनि एक चोटी मुस्कुराउछु सम्झेर देशको स्वभीमानी तिरङ्गा खेर छोड़ीदे जब ठकुरीको भाइलनको तार चुड़ीन्छ तब काट्टीएको गुड्डी जस्तै हुनेछ ठाकुरका गान पनि अनि गहिरो सम्झनामा रूनेछ तिरङ्गा देशलाई गाली गर्दै
Jiten rawat
कैसे न उनका सम्मान करूँ, क्यों न उनका गुण-गान करू! जो सीने पे गोली खाकर भी, हमे आराम से सोने देते हैं! खुद परिवार से दूर रहकर जो, हमे परिवार के बीच रखते हैं! आज कायरतापूर्ण हमलों के लिए, क्यों न दुश्मन को धिक्कार करूँ! देश पे कुर्वान वीर जवान हुए, कैसे न उनका गुण-गान करूँ! जवान जो लौट के घर न आएंगे, क्यों न नम आँखों उन्हें नमन करूँ! #NojotoQuote कैसे न उनका सम्मान करूँ, क्यों न उनका गुण-गान करू! जो सीने पे गोली खाकर भी, हमे आराम से सोने देते हैं! खुद परिवार से दूर रहकर जो, हमे परिवार के बीच रखते हैं!
Anil Siwach
त्रिष्टुप चंसौलिया(शायर अकेला)
भारतीयों के ह्रदय में धड़कता गान वंदे मातरम् भारतीयों की रागों में बहता गान वंदे मातरम् वंदे मातरम् वंदे मातरम्
Peeyush Umarav
-: युद्ध :- अंग से मृदंग का, तंत्र से तरंग का थक्क की ये थाप है, विश्व विजय का ये प्रलाप है, चला शस्त्र युद्ध में,गाया गया प्रलय का गान है सुन रही हैं रूहें कहीं,किया जो गिद्दों ने हर्ष गान है / बिलख रहे ह्रदय,शांत अब आँचल में छुपी जान है