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OMG INDIA WORLD
🎀#हम #भूल #जाये #ऐसी 🎀 🎀 #दिल #की #हसरत #कहाँ,🎀 🎀#वो #याद करे #हमे #इतनी 🎀 🎀 #उसे #फुर्सत #कहाँ,🎀 🎀#जिनके #चारो #तरफ #हो 🎀 🎀 #अपनों #का #साथ,🎀 🎀#उन्हें #हमारी #जरुरत #कहाँ.🎀 ©OMG INDIA WORLD #OMGINDIAWORLD 🎀#हम #भूल #जाये #ऐसी 🎀 🎀 #दिल #की #हसरत #कहाँ,🎀 🎀वो याद करे हमे इतनी 🎀 🎀 उसे फुर्सत कहाँ,🎀
Reena Patel
शायद ये सिर्फ मेरी सोच नहीं बल्कि हर एक सक्स कि यही सोच बन गई है पता नही क्यु पर अब सब खत्म सा लगता हैं मुझे पहले सब कुछ हरा भरा सा था चारो तरफ केवल हरियाली ही थी...पर ये हमारी ही गलती से चारो तरफ सूखा ही सूखा मंजर सा लगता है कास के हमने ये ना किया होता...ना खेला होता हमने कुदरत के साथ....हमें शायद उसी चीज की सजा मिल रही है जो आज मारे मारे फिर रहे हे केवल उसे पाने को पता नहीं क्यु...... पर.... कल तक जो साथ मेरे रहता था आज कल न जाने क्यु ला पता सा लगता हैं मुझे मौजूदा हालात से जो गुज़र रहा हूं में जो में सोचता हूं क्या हर शख्स यही सोचता हैं पता नही क्यु अब सब .......खत्म ....सा...लगता हैं लगता है डर मुझे ये नजारा देख ... किया बदलेगे ये.. हालत.... जो........ __…आज हे ... हमारी चारो और......___!! @_kuchbaateindilki_ ©Reena Patel #डर #का #मंजर_#चारो#ओर #Nojoto#nojotoapp #Reenapatel #kuchbaateindilki💕💕 #Nodiscrimination
सुधा भारद्वाज"निराकृति"
आप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएं 💐🙏 #अबीर_गुलाल_मेहंदी और #चंदन। है होली का #हार्दिक_अभिनंदन। #हृदय_हृदय संग मिल जाते हैं। #रंगों_में_रंग जब #मिल जाते हैं। हो #सब एक रंग के #आते हैं #नजर #गांव_कूचा_कस्बा या #शहर। #अनुपम सी #उमंग_जगाती #होली #हर_घर #स्वत:सजती #रंगोली #रंगी_बौछारें और #रंगी_नजारे #राधा_कान्हा-#कान्हा कह के पुकारे #चारो तरफ #फूली सरसों खड़ी है। #फूलों की #अद्भुत सी #झड़ी है। #पिया #नेह से बरसे #प्रेम है। मन चाहे बस #कुशल #क्षेम है। #होली मनाएं रास #रचाए। सब मिल #गाकर #होली मनाएं। सब मिल गाकर....... सुधा भारद्वाज"निराकृति" विकासनगर उत्तराखण्ड ©सुधा भारद्वाज आप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएं 💐🙏 #holi2021
Ameesa(VARSHA )
चारो ओर है घोर अंधेरा । काले बादल का हुआ बसेरा । ये हा ऐसे दहाङे , सोते बच्चे नींद से जागे । हवा चले हा इतनी तेज । मानो है ये कोई वेग । चारो ओर है घोर अंधेरा । काले बादल का हुआ बसेरा । Ameesa patel चारो ओर है घोर अंधेरा
mr.dashrath raj
मचलता मस्त मस्ती भरा है मेरा ये शहर, चारो तरफ है हरियाली वादियां जैसे ढाती है कहर। एक लंबा अर्सा बिता है मेरा यहाँ जीते हुए, गम तो यहाँ कहि कोने में खुशियां छाई रहती है चारो पहर।। ये है मेरा मस्त मचलता मस्ती भरा शहर.......। #MeraShehar #nojoto #hindi #shyri #poetry
Kripa Shankar Chaurasia
"चारो ओर कुदरत का फैला,कैसा ये अंधेरा है/ मौत का तान्डव है,गिध्दो का डेरा है/ न पेडो की छाव है,न कही बसेरा है/ इस भयानक रात का,नही कोई सबेरा है/ मौत के खेल बचने,भाग रहे है लोग/ इसी धरती से जुडे थे,क्यू भूल रहे है लोग/ दुख, पीडा और,चारो ओर निरासा है/ न जीने की,न जीवन की आसा है/ कही भी दुनिया मे,न पडे धरती पर सूखा/ इंसान सब कुछ सह सकता है,पर नही रह सकता भूखा"/
madhu Kurmi
तन्हाई चारो तरफ है बस तन्हाई एक अजीब सा खालीपन है जीवन मे भीड़ मे होकर भी जो नही भर पाती कभी भी न जाने क्यो मिलरहहा है मुझे इतने गम जब किया मैने सभी के साथ भलाई तन्हाई अब बस चारो ओर है तन्हाई नही है जीवन में कोई भी खुशियां #तन्हाई
Kavita Modani
आजादी के जश्न का आज फिर से मौसम आया है। Socail मीडिया में सभी ने मिल कर झंडा फहराया है। प्रधानमंत्री लाल किले से हुंकार भर रहे है हर समस्या हर उपलब्धि को उन्होंने वहां उठाया है। आजादी तो मिल गई हमें। लेकिन प्रश्न वहीं है कि हमने देश को क्या दिया और क्या हमने पाया है । आज चारो तरफ जो पानी का कहर बना वह भी तो हमारी ही देन है।। प्रकृति के साथ छेड़छाड़ किया इसीलिए यह परिणाम हमने पाया है। चारो तरफ कचरा। यह किसने फैलाया है। ऐक घर में चार चार गाड़ी लेकर ट्रैफिक किसने बढ़ाया है। हर पढ़ालिखा शक्स विदेशो की तरफ खींचा जा रहा है। यही माहौल हमने यहां बनाया है। कितना ही चिल्ला कर जयहिंद बोलो लेकिन हर व्यक्ति देशहित से ऊपर खुद को है पाया है। कविता मोदानी मोरबी
Kavita Modani
आजादी के जश्न का आज फिर से मौसम आया है। Socail मीडिया में सभी ने मिल कर झंडा फहराया है। प्रधानमंत्री लाल किले से हुंकार भर रहे है हर समस्या हर उपलब्धि को उन्होंने वहां उठाया है। आजादी तो मिल गई हमें। लेकिन प्रश्न वहीं है कि हमने देश को क्या दिया और क्या हमने पाया है । आज चारो तरफ जो पानी का कहर बना वह भी तो हमारी ही देन है।। प्रकृति के साथ छेड़छाड़ किया इसीलिए यह परिणाम हमने पाया है। चारो तरफ कचरा। यह किसने फैलाया है। ऐक घर में चार चार गाड़ी लेकर ट्रैफिक किसने बढ़ाया है। हर पढ़ालिखा शक्स विदेशो की तरफ खींचा जा रहा है। यही माहौल हमने यहां बनाया है। कितना ही चिल्ला कर जयहिंद बोलो लेकिन हर व्यक्ति देशहित से ऊपर खुद को है पाया है। कविता मोदानी मोरबी Kavita#Modani