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Best लूंगी Shayari, Status, Quotes, Stories

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OMG INDIA WORLD

#OMGINDIAWORLD #सुन_फलाने.........🤗😜😂 ❣️मेरी #मोहब्बत का #अंदाजा, #मत #लगाना तुम, ❣️ #हिसाब मैं #लूंगी नहीं.......🙄😏 #और ..#चुकता तुम कर नहीं पाओगे... #शायरी

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❣️मेरी #मोहब्बत का #अंदाजा, #मत #लगाना तुम,
❣️ #हिसाब मैं #लूंगी नहीं.......🙄😏 
#और ..#चुकता तुम #कर नहीं #पाओगे...

©OMG INDIA WORLD #OMGINDIAWORLD 


#सुन_फलाने.........🤗😜😂

❣️मेरी #मोहब्बत का #अंदाजा, #मत #लगाना तुम,
❣️ #हिसाब मैं #लूंगी नहीं.......🙄😏 
#और ..#चुकता तुम कर नहीं पाओगे...

Arun kr.

#लूंगी भुइयां

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लूंगी भुइंया
वजह आपके बंजर में भी हरियाली आई
साथ मे गांववालों के जीवन में खुशहाली आई
आसान नही था अकेले कर पाना
पर हर नामुमकिन संभव हुआ
30 वर्ष लगे 3 किलोमीटर नहर बनाने में
पर वक़्त न लगा आपके जय जयकार होने में
उम्मीद औऱ आश जगा रहा
सार्थक होगा ये सपना
यही आश लिये इसमें लगा रहा
बहुतों ने आपके मन को तोड़ा होगा
अकेला नही कर पाएगा बोला होगा
पर जुनून न छोड़ी आपने
सच कर दिया सपना सबके सामने
है आप जनजीवन के प्रेरणा स्रोत
नमन है आपको आपके हौसलो पर
जो माँ,माटी और मानुष को शीतल किया
फिर से दशरथ मांझी के बाद बिहार का नाम रौशन किया। #लूंगी भुइयां

Ak

मोहब्बत की बात तो दूर है... तू मेरे नफरत के लायक भी नहीं है.. #Love#Life

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हर रास्ते मोड़ लूंगी...
जो भी रास्ते तुझ तक जाती हो...
खामोश कर दूंगी वो जुबान...
जो तेरा नाम लेती हो...
रोक लूंगी धड़कने अपने भी...
जो तेरे लिए धड़कती हो...
खुद को भी पत्थर बना लूंगी...
जो हर लम्हा फिक्र करती हो.. 
सारी रात अपने आंखो को भी जगा लूंगी...
जो तेरे लिए ख्वाबों में इंतजार करती हो. . मोहब्बत की बात तो दूर है...
तू मेरे नफरत के लायक भी नहीं है..

#love#life

anu sharma....ajnabisealfaj

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अगर खान लूंगी मन में....... 

❤


अगर ठान लूंगी मन में तो सोच तेरा आगाज क्या होगा

 लोग देते होंगे कल की धमकी 

मैं बोलती हूं तू देख तेरा आज क्या होगा

miss pari

रिश्ते की शुरुआत 
करो ना तुम,

रिश्ते को निभा मैं लूंगी

रिश्ते को बनाओ ना तुम,

रिश्ते संजो मैं लूंगी #relation

Gudia Gupta

तेरा फैसला मुझे इस तरह अकेला कर देगा 
कभी सोचा नहीं था
मेरा दिन भी रात की तरह तन्हा होगा
कभी सोचा नहीं था

न तेरे फैसले में मेरा कोई इरादा था
न तेरे फैसले में मेरा कोई वादा था
 यादें मेरे हाथों से ऐसी फिसलती जायेंगी
कभी सोचा नहीं था 

छिपकर दुनियां से बैठती हूँ रोने को
ढूंढ लेती है वे आवाजे मुझे हर कोने से 
मेरे हर वे सपने हाथों से ऐसे फिसलते जायेंगे
कभी सोचा नहीं था

रख लूंगी मैं भी अडिग अपने एहसासों को
बना लूंगी जड़ से ज्यादा मजबूत अपने विचारों को
भागती दुनिया अब मेरे पीछे होगी
अब सोचा है मैंने
☺️ #तन्हाई_में_तेरी#मैं_और_मेरा_अकेलापन#nojotohindi#Gudia Gupta

Priyanshi Mehta

#Dil#

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पहले भी तो कई रातें जागती थी ना तेरे  इंतजार में, चल कुछ और जाग लूंगी, 
माना टूटा है दिल् मेरा थोड़ा सा, 
चल कोई  बात नही फिर चिपका लूंगी... #dil#

Roopanjali singh parmar

हमारे समाज के दो हिस्से हैं.. एक हिस्से में औरतों को आत्मनिर्भर बनाने की बात की जाती है, और एक हिस्सा कमजोर औरतों को ही औरत होने का दर्जा देता है। हम सभी एक स्वतंत्र विचार वाली और आत्मनिर्भर औरत को स्वीकार कर ही नहीं पाते, क्योंकि हमारी सोच में औरत की छवि एक दबी हुई आवाज़ की तरह है। जिसे हम सुनकर भी अनसुना कर देते हैं। औरत को हम या तो दायित्वों में डाल व्यस्त कर देते हैं या मनोरंजन के साधन की तरह इस्तेमाल कर लेते हैं.. औरतों की कमजोरी की वज़ह क्या है..? दरअसल वज़ह हम खुद हैं.. क्योंकि हम उन्हें ये #रूपकीबातें

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मैं सुधर जाऊंगी

(कृप्या अनुशीर्षक में पढ़ें) हमारे समाज के दो हिस्से हैं.. एक हिस्से में औरतों को आत्मनिर्भर बनाने की बात की जाती है, और एक हिस्सा कमजोर औरतों को ही औरत होने का दर्जा देता है।
हम सभी एक स्वतंत्र विचार वाली और आत्मनिर्भर औरत को स्वीकार कर ही नहीं पाते, क्योंकि हमारी सोच में औरत की छवि एक दबी हुई आवाज़ की तरह है। जिसे हम सुनकर भी अनसुना कर देते हैं। औरत को हम या तो दायित्वों में डाल व्यस्त कर देते हैं या मनोरंजन के साधन की तरह इस्तेमाल कर लेते हैं..
औरतों की कमजोरी की वज़ह क्या है..? दरअसल वज़ह हम खुद हैं.. क्योंकि हम उन्हें ये

shweta singh

#bestmoment

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बेसब्र हूं,
 अभी थोड़ी ख़ामोश हूं,
 उमंगों की तरंग मन में भ्रमित हो रही, 
उस पल का इंतेज़ार है,
जब नया सवेरा होगा,
सूरज की  किरणों को मै स्पर्श कर लूंगी।
कलरव करती उन पपिहो जैसे खुले आसमान में उड़ सकूंगी।
जहां काले बादल भी मुझे देख छलक उठेंगे।
गुंजन करती भौरों से मेरी मुलाकात होगी।
जहां रंग बिरंगी तितलियों के रंग में रंग जाऊंगी।
नदी की धारा के साथ मै भी मिल जाऊंगी।
हरियाली की अनुपम छटा जहां बिखरी हुई होगी।
कोयल की कूक से बातें होंगी।
हवाओं की सरसराहट को ख़ुद में क़ैद कर लूंगी।
वहां की गुलिस्तां में मौजूद पुष्पों की सुगंधि महसूस कर सकूंगी
जहां कोई बंदिशे नहीं होगी, कोई मायाजाल ना होगा।
बस प्रकृति की गोद में प्रेम के गीत गुनगुना रही होंगी।
बस इस पल का इंतजार है। #bestmoment

Deepika Swarnkar

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नखरे उठा लूंगी
 पर घमंड नहीं 

 ज़िद सहन कर लूंगी
पर अकड़ नहीं
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