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Sonal Panwar
परिवार वो कोहिनूर हीरा है, जो है ईश्वर का अनमोल उपहार, हर सुख दुःख में सदा साथ रहे दिल के पास और सबसे खास। ©Sonal Panwar #welove #Pariwar #परिवार #Family #फैमिली #familylove #hindi_poetry #hindi_shayari #hindi_quotes #Nojoto
Vasim Gaha
रास्ता मुश्किल कभी, उन्होंने लगने दिया ही नहीं। अनजाने इस शहर मे हूं, मगर अपनो की कमी नहीं। ~ गाहा वसीम आइ। ©Vasim Gaha #nightsky #apne #फैमिली
संदीप इंस्पेक्टर नोएडा
में घर की जिम्मेदारी बखूबी निभारा, माहरे पे कोई उंगली ना उठाइए, इंग्लिश पिलानी हो तो पीला दियो, पर घर आके कोई इंग्लिश ना बताइयो 😂✌️👌 ©संदीप इंस्पेक्टर नोएडा #ramleela #family #लव❤ #गजल #फैमिली #विचार
Durgesh Dixit
इश्क में चाहो तो रो लेना इश्क में चाहो तो खुद को खो देना कहते है इश्क में हर चीज जायज़ है कहां जायज़ है इश्क में बाप को खो देना । #राधाकादीवाना #माबाप #फैमिली #इश्क़ #इश्कबाज_लौंडा #इश्क़_और_तुम #ishqwalalove #ishqkikalamse
Ranjit Meena
पैसे से माँ बाप नही खरीदे जा सकते, पर अक्सर लोग पेसे कमाने के लिए ही माँ बाप से दूर हो जाते है। #फैमिली #परिवार
Ranjeet Meena
पैसे से माँ बाप नही खरीदे जा सकते, पर अक्सर लोग पेसे कमाने के लिए ही माँ बाप से दूर हो जाते है। #फैमिली #परिवार
Kisalay Shukla
जिम्मेदारी बढ़ने तो दो जनाब ..... ख्वाइशें खुद ब खुद खुदकुशी कर लेंगी #yqbaba #जिम्मेदारी #अपनापन #फैमिली #कुछ_अनकही_बातें #ख्वाहिश
RJ SHALINI SINGH
कविता - परवरिश कटघरे में परवरिश पर प्रश्न बड़ा ये खड़ा है, आदमी अपने दम्भ में अड़ा है बेटे व्यभिचार में, बेटियां प्यार में ,किन्नर तिरस्कार में रिश्तेदार दिखावे में, समाज बहकावे में , परत दर परत सब बिखरता जा रहा है संस्कारों का पुश्तैनी वृक्ष सूखता जा रहा है। परवरिश पर प्रश्न बड़ा ये खड़ा है.... ये विकास बड़े गजब का है युवा पब,डिस्को में, पेरेंट्स किश्तों में स्कूल वसूली और रैंकिंग में समाज सम्मान और मोमेंटों में गजब नशे में सब लिपटता जा रहा है संस्कृति का ह्रास होता जा रहा है परवरिश पर प्रश्न बड़ा ये खड़ा है। रिश्तों में प्यार भी कितना खरा है? प्रेमी युगल न्यायालय में , बुजुर्ग वृद्धालय में , बच्चे क्रेच में , किशोर क्रश में , संवेदनशील लोग स्ट्रेस में प्रोग्रेस के ग्राफ में सब सिमटता जा रहा है दिलों को हमारे ये कचोटता जा रहा है परवरिश पर प्रश्न बड़ा ये खड़ा है जहां जन-गण-मन अधिनायक ,वसुधैव कुटुम्बकम जहां नार्येषु पूज्यंते और देवी शक्ति व मातृरूपेण हो वहां स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति का अधिकार सिमट गया है नग्नता, नशे और व्यभिचार में आने वाले कल में कैसे कहेंगे ? जय हो मात-पिता का जय हो भारत भाग्य -विधाता। शालिनी सिंह ©RJ SHALINI #परवरिश #पार्टी #स्कूल #इश्क #लव #प्रेम #फैमिली