Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best रुकता Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best रुकता Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutआजमाले आजमाले रुकता नहीं,

  • 20 Followers
  • 78 Stories

Shahana Parveen

वक़्त कहाँ रुकता है किसी के चले जाने के बाद 
बस उसके हिस्से के वक़्त में इंसान तन्हा हो जाया करता है  #वक़्त
#रुकता
#नहीं
#इंसान
#तन्हा
#हो
#जाता
#है

Saurav Das

अजीब है ये रस्म दुनियां की, 

कहती है इंतजार का फ़ल मीठा होता है! 
 
और 

इंतज़ार मत करो वक्त किसी के लिए नहीं रूकता है!

©Saurav Das #रस्म 
#दुनिया 
#इन्तजार 
#फल 
#वक्त 
#रुकता 
#नही 
#dost

Er.Shivampandit

नहीं_रुकता_प्रेम.... नहीं रुकता प्रेम कभी भी नहीं … कभी थमता भी नहीं कि बिना संवाद के भी जारी है

read more
नहीं रुकता प्रेम.... 

नहीं रुकता प्रेम
कभी भी
नहीं …
कभी थमता भी नहीं
कि बिना संवाद के भी
जारी है
निरंतर संवाद !

मौन की भाषा
पढ़ती हैं आँखें
मौन के संवाद
बोलती हैं आँखें
और सुनता है ह्रदय
मौन की गूँज को
कि नहीं रुकता प्रेम
कभी भी
नहीं…
कभी थमता भी नहीं ….! #नहीं_रुकता_प्रेम.... 

नहीं रुकता प्रेम
कभी भी
नहीं …
कभी थमता भी नहीं
कि बिना संवाद के भी
जारी है

POONAM SHARMA

read more
समय 

समय यानि वक़्त किसी के लिए रुकता नही है , ये लगातार चलता है ,
हमको समय के साथ चलना पड़ता है ये किसी 
के लिए रुकता नही .
हमको समय की कदर करनी चाहिए वरना समय भी हमारी कदर करना छोड़ देगा .

Ramveer Gangwar

मै सबकुछ भुलाकर कर मिटा दूं दूरियां दिल की मगर अपनों का चुभा कांटा निकलता कहा है छोड़ दू उनके लगाए मुझ पर हर एक अरोपो को ठहर जाए उनके यहां "मगर" काफिर रुकता कहा है कभी उन्होंने ने मुझको कलियों का भवरा कहा था कहा था किसी बगीचे के फूल पर तू टिकता कहा है रुक जाएंगे कहीं भी जहा दिलों की राजधानी हो

read more
मै  सबकुछ  भुलाकर कर मिटा दूं दूरियां  दिलों  की
मगर  अपनों  का  चुभा   कांटा  निकलता  कहा  है
छोड़  दू  उनके  लगाए मुझ  पर हर एक अरोपो को
ठहर जाए उनके यहां "मगर" काफिर रुकता कहा है

कभी उन्होंने ने मुझको  कलियों का भवरा कहा था
कहा था किसी बगीचे के फूल पर तू टिकता कहा है
रुक जाएंगे  कहीं भी  जहा  दिलों  की राजधानी हो
अपमानित  स्वरो में देह जीवन  मन  रुकता कहा है

© गंगवार रामवीर मै  सबकुछ  भुलाकर कर मिटा दूं दूरियां  दिल  की
मगर  अपनों  का  चुभा   कांटा  निकलता  कहा  है
छोड़  दू  उनके  लगाए मुझ  पर हर एक अरोपो को
ठहर जाए उनके यहां "मगर" काफिर रुकता कहा है

कभी उन्होंने ने मुझको  कलियों का भवरा कहा था
कहा था किसी बगीचे के फूल पर तू टिकता कहा है
रुक जाएंगे  कहीं भी  जहा  दिलों  की राजधानी हो

Follow us on social media:

For Best Experience, Download Nojoto

Home
Explore
Events
Notification
Profile