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Chanda Soni

#काव्य संसार #दोषी हूँ मैं #Poetry

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Krishna Kumar

Krishna Kumar

kumaarkikalamse

कौन दोषी है इसका? है कौन कसूरवार.. एक और संजीदा विषय पर एक छोटा सा she'r आप सब की नज़र.. प्रतिक्रिया का इंतजार रहेगा.. #OLD_AGE #दोषी #वृद्ध

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मजबूरी थी उसकी, या फिर मजबूर उसे किया था,
आज बेटे ने, माँ को  वृद्धाश्रम के हवाले किया था। कौन दोषी है इसका? है कौन कसूरवार..

एक और संजीदा विषय पर एक छोटा सा she'r आप सब की नज़र..

प्रतिक्रिया का इंतजार रहेगा..

#old_age #दोषी #वृद्ध

Anvesh Mishra Mukul

किसी भी घटना के लिए खुद को दोष न दें क्योंकि ऐसा करने से आप खुद को अंदर से खोखला कर लेंगे और जब तक आपको पता चलेगा तब तक बहुत देर हो चुकी होगी।

Never blame yourself for any incident because by doing this you will hollow yourself from inside and by the time you come to know, it is too late. #guilt #दोषी

guru

आज का दौर ऐसा है , हर कोई पीड़ित है एक दूसरे से .. #दोषी #कौन #विचार

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Ashish Thakur Akela'

Deepika Mishra

जब चारों तरफ़ से ऊँगलियाँ तेरे #अस्तित्व पर उठने लगे... और तू उन #आरोपों के बोझ तले दबने लगे... तो उनकी नहीं अपनी भीतर की #आवाज़ को सुन.... अपनी #हिम्मत को बाँधे रख..... क्यूँकि गर जो तू टूट गया तो तेरे अंदर का सब कुछ बिखर जाएंगा.... जो #अपराध है भी नहीं तेरे, उनके लिए तू #बेवज़ह खुद को #दोषी ठहराएंगा। ~~दीपिकामिश्रा #nojotohindi #nojoto2021 #HeartfeltMessage

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Deepika Mishra

जब चारों तरफ़ से ऊँगलियाँ तेरे #अस्तित्व पर उठने लगे... और तू उन #आरोपों के बोझ तले दबने लगे... तो उनकी नहीं अपनी भीतर की #आवाज़ को सुन.... अपनी #हिम्मत को बाँधे रख..... क्यूँकि गर जो तू टूट गया तो तेरे अंदर का सब कुछ बिखर जाएंगा.... जो #अपराध है भी नहीं तेरे, उनके लिए तू #बेवज़ह खुद को #दोषी ठहराएंगा। ~~दीपिकामिश्रा #nojotoquotes #nojohindi #5LinePoetry

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#5LinePoetry जब चारों तरफ़ से ऊँगलियाँ तेरे #अस्तित्व पर उठने लगे...
और तू उन #आरोपों के बोझ तले दबने लगे...
तो उनकी नहीं अपनी भीतर की #आवाज़ को सुन....
क्यूँकि गर जो तू टूट गया तो तेरे अंदर का सब कुछ बिखर जाएंगा....
और जो #अपराध है भी नहीं तेरे, उनके लिए तू #बेवज़ह खुद को #दोषी ठहराएंगा।

~~दीपिकामिश्रा

©Deepika Mishra जब चारों तरफ़ से ऊँगलियाँ तेरे #अस्तित्व पर उठने लगे...
और तू उन #आरोपों के बोझ तले दबने लगे...
तो उनकी नहीं अपनी भीतर की #आवाज़ को सुन....
अपनी #हिम्मत को बाँधे रख.....
क्यूँकि गर जो तू टूट गया तो तेरे अंदर का सब कुछ बिखर जाएंगा....
जो #अपराध है भी नहीं तेरे, उनके लिए तू #बेवज़ह खुद को #दोषी ठहराएंगा।

~~दीपिकामिश्रा

Yogenddra Nath Yogi

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