Find the Best नीरस Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about नीरसता क्या है, नीरसता का हिन्दी अर्थ, नीरसता का गाना, नीरसता लगाते त्योहार,
VivekaNand Shaw
मैं हटा देता हूँ सब, #आईने अपने घर के.. उनमें देखूं भी तो क्या देखूं, मेरे चेहरे पर तेरे #एहसास की #हज़ारों परतें जमी है.. जब भी देखता हूँ आईना #मैं तेरे जैसा दिखता हूँ.. मेरा आईना तो तुम्हारी #आँखे है बस एक तुम्हारी आँखों में ही मैं, मेरा सारा #जहाँ देखता हूँ.. तुम्हारी यादों में खोता हूँ कुछ इस कदर के कभी #अल्फाज भूल जाता हूँ कभी #अंञा भूल जाता हूँ.... तुम्हारे खयाल में इस क़दर डुब जाता हूँ की अपनी #साँस भूल जाता हूँ.... #प्रेमी जैसे #लिपटी रहती हैं तेरी याद मेरी #साँसों से,,,, वैसे मेरी #रुह को तुम्हारे #खयाल से #लिपटा पाता हूँ,, उठकर तुम्हारी #यादों से जो दुर चल दूँ तो..?!?!?!?! जाते हुए खुद को #बेजान और #नीरस पाता हूँ.......!.!.!.!.!
tanha mussafir
बिना आपके जीवन नीरस है, फिर भी हम जीने को विवश है। #yqdidi #yqbaba #lovequotes #tanha_mussafir #hindi #नीरस
#yqdidi #yqbaba #lovequotes #tanha_mussafir #Hindi #नीरस
read moreSubhalakshmi Pattnaik
इस तन्हा सफ़र में अगर तुम्हारा साथ होता नीरस प्रकृति में बसन्त का बहार होता एक दूसरे का हाथ थाम कर चलते-चलते दुःख का महासागर भी छोटा गागर लगता। ©Subhalakshmi Pattnaik #तन्हा_सफर #नीरस #प्रकृति #बसंत #बहार #दुःख #महासागर #गागर
Vikash Mehra KD
अपने जब पराये हो जाते हैं, तो जिंदगी नीरस बन जाती है, ना हंसने का मन करता है ना रोने का, ना उठने का मन करता है ना सोने का , बस जिंदगी सीरियस बन जाती है । अपनों से दूर होकर जिंदगी नीरस बन जाती है।। @vikash_mehra_KD मै और मेरे एहसास
मै और मेरे एहसास #Quote
read moreरजनीश "स्वच्छंद"
कैसे कह दूं नीरस तुझको।। खुशियों के मोती चुने तुमने, हर ख़्वाब मेरे हैं बुने तुमने, ऐ जीवन कैसे कह दूं नीरस तुझको। हर राह मेरी है गढ़ी तुमने, मन की पुस्तक भी पढ़ी तुमने। ऐ जीवन कैसे कह दूं नीरस तुझको। अश्कों को रोका हंस कर, हमदर्द हमसाया बन कर। ऐ जीवन कैसे कह दूं नीरस तुझको। मैं नाव तो तू पतवार रहा, मैं गीता तो तू सार रहा। ऐ जीवन कैसे कह दूं नीरस तुझको। खुशी में भी पीड़ा में भी, अल्हड़ता और क्रीड़ा में भी। ऐ जीवन कैसे कह दूं नीरस तुझको। मैं दीप रहा तू बाती था, मैं सांध्यगीत तू प्राती था। ऐ जीवन कैसे कह दूं नीरस तुझको। मैं नग्न रहा आवरण तू मेरा, मैं तुच्छ रहा आचरण तू मेरा। ऐ जीवन कैसे कह दूं नीरस तुझको। मैं एक कवि तू कविता मेरी, मैं भाव रहा तू भविता मेरी। ऐ जीवन कैसे कह दूं नीरस तुझको। मैं एक कलम तुम रोशनाई, तुम छंद दोहा और सवाई। ऐ जीवन कैसे कह दूं नीरस तुझको। तू है, जो आज मैं लिखता हूं, शब्द-श्रृंगृत यहां जो बिकता हूँ। ऐ जीवन कैसे कह दूँ नीरस तुझको। जिह्वा मेरी तू नेपथ्य से बोल रहा, आंखें मेरी तू सबको है तोल रहा। ऐ जीवन कैसे कह दूं नीरस तुझको।। वर्णन ये कहाँ समाये पन्नो में, मेरी खूबी कहाँ है सेठ धन्नो में। ऐ जीवन कैसे कह दूं नीरस तूझको। जो आज हुआ वाचाल जाता हूँ, शब्दों का अंत कहीं न पाता हूँ। बोलो फिर कैसे कह दूं नीरस तुझको।। ©रजनीश "स्वछंद" कैसे कह दूं नीरस तुझको।। खुशियों के मोती चुने तुमने, हर ख़्वाब मेरे हैं बुने तुमने, ऐ जीवन कैसे कह दूं नीरस तुझको। हर राह मेरी है गढ़ी तुमने, मन की पुस्तक भी पढ़ी तुमने।
Vivek Shahi
ख़ाब थे बेलज़्ज़त तभी ताबीर-ऐ-गम थे। ताबीर-ऐ-ख़ाब में जो लज़्ज़त होती। तो शब-ऐ-गम का क्या जौक होता। #nojotowriters. ताबीर-ऐ-ग़म-दुख का बयाँ।(interpretation of grief). ताबीर-ऐ-ख़ाब-सपने का बयाँ(interpretation of dream). शब-ऐ-गम-दुख की रात ।(night of sorrow). जौक-समूह(group). बेलज़्ज़त-नीरस,फीका।(without taste) लज़्ज़त-ज़ायका, स्वाद(tasty) मेरे सपने ही नीरस थे तभी तो दुख बयाँ करना पड़ा।
#nojotowriters. ताबीर-ऐ-ग़म-दुख का बयाँ।(interpretation of grief). ताबीर-ऐ-ख़ाब-सपने का बयाँ(interpretation of dream). शब-ऐ-गम-दुख की रात ।(night of sorrow). जौक-समूह(group). बेलज़्ज़त-नीरस,फीका।(without taste) लज़्ज़त-ज़ायका, स्वाद(tasty) मेरे सपने ही नीरस थे तभी तो दुख बयाँ करना पड़ा। #Poetry
read more
About Nojoto | Team Nojoto | Contact Us
Creator Monetization | Creator Academy | Get Famous & Awards | Leaderboard
Terms & Conditions | Privacy Policy | Purchase & Payment Policy Guidelines | DMCA Policy | Directory | Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited