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Best हड्डी Shayari, Status, Quotes, Stories

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PФФJД ЦDΞSHI

#हड्डी #शरीर #pujaudeshi Mukesh Poonia Tileshwar Raj vivekanand Krishna Deo Prasad. ( Advocate ). Niaz (Harf) #विचार

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Ganesh Din Pal

#हड्डी के बयान

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An kish

Prinal Royal mon2 raj 😎pikachu😎 shivam kumar mishra रोहित तिवारी

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सैर करने चल पड़े दिल के बड़े अरमान से, एक तरफ ख़ामोश जंगल एक तरफ समसान थे|
पैर हड्डी पर पड़ा तो हड्डी के ये बयान थे, ऐ मुसाफिर ज़रा सम्भल कर चल हम भी कभी इंसान थे || Prinal Royal mon2 raj 😎pikachu😎 shivam kumar mishra रोहित तिवारी

Farhana

कबाब में हड्डी बनने का कोई शौक नही है मुझे...
न जाने हड्डी में कबाब कहाँ से आ जाता है... #kabab#haddi#quotes#nojoto#nojotohindi

Boudam

#मौत

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जैसे प्लास्टिक पिघलती है ना 
टप टप करके 
वैसे ही हूबहू
पिघलता है ये शरीर 
टप टप टप ...

और फिर
काली गोरी गेंहुई खाल से
उभरती है 
इस सभी से उजली हड्डी ...

जैसे गीली लकड़ी सुलगती है ना
और दोनों छोरो से निकलता है धुआं
हूबहू
सुलगती है हड्डी 
सांप सरीखी फुंफकारती हुई !! #मौत

Gursewak singh

"कुदरत"

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कहते हैं, अगर इंसान कि
 कोई हड्डी टूट जाएं,
तो उस वे हड्डी तरह से नहीं 
बन पाती जैसे 
उसे कुदरत ने बनाया होता हैं,
हाँ, ये सच हैं,क्योंकि अगर किसी 
रिश्ते में कोई इत्तेफाक घट जाए तो,
 वो रिश्ता फिर से उस तरह नहीं 
रहता जैसा उसे कुदरत ने 
बनाया होता हैं,G.S✍🏻. "कुदरत"

riya_writes

@inasan @love @nojoto

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मैंने पूछा, कि हाल चाल
उसने कहा, वही हड्डी वही खाल

अब उसे ये कौन बताए हड्डी खाल नहीं
इनके बने इंसान बदलते हैं

riya_writes @inasan @love @nojoto

Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 11 ।।श्री हरिः।। 5 - भक्ति-मूल-विश्वास 'पानी!' कुल दस गज दूर था पानी उनके यहाँ से; किंतु दुरी तो शरीर की शक्ति, पहुँचने के साधनपर निर्भर है। दस कोस भी दस पद जैसे होते हैं स्वस्थ सबल व्यक्ति को और आज के सुगम वायुयान के लिये तो दस योजन भी दस पद ही हैं; किंतु रुग्ण, असमर्थ के लिए दस पद भी दस योजन बन जाते हैं - 'यह तो सबका प्रतिदिन का अनुभव है। 'पानी!' तीव्र ज्वराक्रान्त वह तपस्वी - क्या हुआ जो उससे दस गज दूर ही पर्वतीय जल-स्त्रोत है। वह तो आज अपने आसन से उठन

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|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 11

।।श्री हरिः।।
5 - भक्ति-मूल-विश्वास

'पानी!' कुल दस गज दूर था पानी उनके यहाँ से; किंतु दुरी तो शरीर की शक्ति, पहुँचने के साधनपर निर्भर है। दस कोस भी दस पद जैसे होते हैं स्वस्थ सबल व्यक्ति को और आज के सुगम वायुयान के लिये तो दस योजन भी दस पद ही हैं; किंतु रुग्ण, असमर्थ के लिए दस पद भी दस योजन बन जाते हैं - 'यह तो सबका प्रतिदिन का अनुभव है।

'पानी!' तीव्र ज्वराक्रान्त वह तपस्वी - क्या हुआ जो उससे दस गज दूर ही पर्वतीय जल-स्त्रोत है। वह तो आज अपने आसन से उठन

SHASHANK KASHYAP

हड्डी टूटना

हड्डी टूटना एक आम इमजेर्ंसी है जो प्राय: वृद्ध लोगो में, बच्चों मैं अथवा दुर्घटना आदि के कारण हो सकती है. हड्डी टूटने पर होम्योपथी दवा अर्निका 1M देना है, जो दर्द को दूर करता हैं । अर्निका 200 की 2-2 बूंद हर आधा घंटे में तीन बार देना है। अगर हड्डी टूट गई है तो टूटी हड्डी को पुन: जोड़ने के लिए अगले दिन एक दाना गेहूँ   के   बराबर चुना दहीं में मिलाकर दिन में एक बार 15 से 20 दिन तक देना है

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Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 9 || श्री हरि: || 1 - बद्ध कौन? 'बद्धो हि को यो विषयानुरागी' अकेला साधु, शरीरपर केवल कौपीन और हाथमें एक तूंबीका जलपात्र। गौर वर्ण, उन्नत भाल, अवस्था तरुणाई को पार करके वार्धक्यकी देहली पर खडी। जटा बढायी नहीं गयी, बनायी नहीं गयी; किन्तु बन गयी है। कुछ श्वेत-कृष्ण-कपिश वर्ण मिले-जुले केश उलझ गये हैं परस्पर।

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|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 9

|| श्री हरि: ||
1 - बद्ध कौन?
 
'बद्धो हि को यो विषयानुरागी'

अकेला साधु, शरीरपर केवल कौपीन और हाथमें एक तूंबीका जलपात्र। गौर वर्ण, उन्नत भाल, अवस्था तरुणाई को पार करके वार्धक्यकी देहली पर खडी। जटा बढायी नहीं गयी, बनायी नहीं गयी; किन्तु बन गयी है। कुछ श्वेत-कृष्ण-कपिश वर्ण मिले-जुले केश उलझ गये हैं परस्पर।
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