Find the Best आओगी Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutकिसी गैर का बस आओगी, आओगी आंधी, आओगी, बुडापेस्ट आओगी,
Amit Das
रोक कर #बैठा हूँ, #ज़िन्दगी को कि… तुम #आओगी तो, जीना #शुरू कर देगे ©Amit Das #angrygirl
kapil rawat
एक रोज अगर वापस आओगी तुम.. नहीं मिलूंगा वहां,खुद को तन्हा पाओगी तुम.. #आओगी तुम
#आओगी तुम
read moreUmesh Kushwaha
"प्यार आज भी उससे है" प्यार में होना और प्यार से उबरना दो अलग अलग बात है। प्यार में होना यानी अमूर्त हो जाना। फिर आप कहीं इतना खो जाते है, जैसे बारिश की पहली बूंदे मिट्टी पर पड़ती हो तो वो सोंधी सोंधी खुशबू आपके मन को पूरी तरह मोह लेती है या धीरे धीरे आप इसके वस में हो जाते हैं,आप मोहित हो जाते है। उस मिट्टी की आवो हवा में आप जीने लगते है,फिर वही रोज़ की आदत में शुमार हो जाता है।आप चाह कर भी उस गोलाई की परिध से बाहर नहीं आ सकते,फिर आपकी दिनचर्या इस कदर जकड़ जाती है कि जब तक आप उस सौंधी सौंधी खुशबू को मस्तिष्क में उतार न ले तब तक आप खुश नहीं रह सकते,फिर क्या ये धीरे धीरे आपकी आदत आपका स्वभाव बन जाती है। जब कोई चीज़ आपके स्वभाव में आ जाए तो उसे बदलना कठिन होता है लेकिन ये और भी भयावह हो जाता जब धीरे धीरे इसकी कद्र कम होने लगती है। फिर क्या झल्लाहट और अकेलापन इस कदर हावी हो जाता है कि आप हर समय खाली खाली महसूस करने लगते हैं। नीरस और बेमन होकर जीना जैसे अंश और हर का कायदा हो,फिर आप उस अंश के ही होकर रह जाते हैं यानी हर चीज के आदी जैसे वो रास्ते,बाजार घूमना - फिरना यहां - वहां आना - जाना।यहां तक कि वहां की हवा भी आप के जहन में बस जाती है, जो कि प्राणवायु है। फ़िर आप इससे उबर नहीं सकते अंत तक चाहे कितना भी धैर्य रख लीजिए क्यूंकि वो वायु प्रणय बनकर आपके दिलोदिमाग से लेकर पूरे शरीर में वास कर रही होती है। जब वो अंश आपसे अलग होता है, वो तो यही सोचता है कि वो पूरी तरह अलग हो गया है लेकिन ये सिर्फ उसके ही परिपेछ्या से दृष्टागत है। वो कहीं अलग किसी और के साथ खुश है लेकिन आप उस साथ को इतना जी चुके होते हैं की वो फिर आपको नहीं छोड़ता जो की हर समय आपके साथ होता है और नहीं भी, यही बात सबसे ज्यादा तकलीफ देय होती है। वो सारे मंजर फिर याद आते हैं, वो सड़के जहां हम साथ चले थे,वो कचौरी का ठेला फिर पानी पूरी की बात" भैया दही वाली ही देना" और वहीं पास वाली आइस्क्रीम की दुकान से हर बार तुम जिद करके सिर्फ एक ही आइसक्रीम लिया करते थे,और फिर धीरे धीरे पार्क पहुंच जाते थे।फिर क्या तुम बोलती और मैं सुनता था। इतना ही नहीं हर रोज़ तुम्हारे ऑफिस से घर तक छोड़ना, पर हां वो हाईवे वाला पुल जहन में बना ही रहता है, जब तुमने अचानक बाइक रोकने को कहा था और हम कुछ देर रुके थे । तब पहलीवार तुमने हमें "किस" किया था,जो आज भी वो पुल वाला किस याद है जिसे भूलाया नही जा सकता। हर वो चीज याद है जो हम साथ में जिये हैं,वो गली - वो मोहल्ले! एक एक पल जो हम बातें करते थे और हां वो रेलवे का ओवरब्रिज कैसे भूल सकता हूं मै वहीं पर तो झगड़ा हुआ था हमारा, तुम उस दिन गुस्से में थी। फिर हमारी कई दिनों तक बात नहीं हुई और न ही मिलना जुलना। उस दिन बहुत कोशिश की थी तुमको समझाने की लेकिन तुमने अकेले ही फैसला कर लिया था। तुम्हारे लिए तो आसान था पर शायद आज तक मैं उन चीजों से उबर नहीं पाया हूं,खोजता रहता हूं मै तुम्हे ही उन्ही रास्तों में जहां जहां हम साथ चले थे। पर अब वो गलियां हमें चुभती हैं हवाओं में भी एक अजीब सी चुभन है जो गले ही नही उतरती। लेकिन तब भी उन सारी जगहों को एक बार फिर देख लेना चाहता हूं,मानो मै तुम्हे महसूस के रहा होता हूं जब उन सारी जगहों से गुजर रहा होता हूं चाहे वो तुम्हारे घर की पास वाली गली हो या रेलवे फाटक के खुलने का वो दो मिनट का इंतजार पर आज भी लगता है कि तुम उस पार से कहीं मुझे निहार रही होगी और दौड़कर फिर मेरे पास आना चाहती होगी लेकिन फिर मैं मौन हो जाता हूं तुम्हे खोकर,क्यूंकि मै जीना चाहता था तुम्हारे साथ,जब तुम साथ होती थी तो अच्छा लगता था लेकिन शायद अब तुम्हे मंजूर नहीं था मेरे साथ रहना , वो प्रश्न आज भी मेरे अंदर कहीं उस उत्तर को खोजना चाहता है जिसका जवाब सिर्फ तुम हो। मै तुम्हे ढूडना चाहता हूं फिर वही उसी पार्क में की तुम आओगी उसी मेज पर जहां हम साथ बैठा करते थे,आज भी मैं रोज उसी मेज़ पर जाकर अकेले बैठता हूं इसी उम्मीद में कि एक दिन तुम जरूर आओगी। अब तो दिल की धड़कने और तेज़ होने लगी थी क्यूंकि मेरे जाने का यानी इस शहर को छोड़ने का समय कुछ ही दिन और बचा था। उस शहर को छोड़ने से पहले मैं हर एक चीज को समेट लेना चाहता था,हर वो लम्हा जी लेना चाहता अब अकेले ही जैसे तुम्हारे साथ जिया था। तुम्हारे न होने का दुख तो था वो अकेलापन लेकिन तुम मुझमें हर वक्त होती थी ऐसा लगता था कि तुम मेरे साथ चल रही हो,कुछ कह रही हो और मैं सुनता जा रहा हूं आज भी उसी तरह पूरी तनमयता से। कुछ भी हो ये शहर तो अब जहन में बस गया है वो भी सिर्फ तुम्हारे लिए जिसे अब भूलाया नहीं जा सकता। इश शहर ने हमें बहुत कुछ दिया और बहुत कुछ सिखाया भी है। अब यहां खोने को कुछ बचा भी नहीं था क्यूंकि आप यहां अपना दिल हार चुके है और उससे बेहद कीमती कुछ हो भी नहीं सकता। इस शहर ने प्रेम करना सिखाया, प्यार में होना सिखाया लेकिन प्यार से उबरना नहीं सिखा पाया जिसकी टीस आज भी चुभ रही है जो शायद अब जीवन पर्यंत रहे क्यूंकि जब कोई प्यार में होता है तो वो फुल स्विंग के साथ पूरी ईमानदारी और लगन से होता है और फिर जब कोई बीच में ही छोड़ के चला जाए तो फिर बहुत दुखता है इसीलिए कहता हूं प्यार में होना और प्यार से उबरना दो अलग - अलग बात है। प्यार आज भी उससे है।
प्यार आज भी उससे है।
read moreRihan Farouqui
में अब थोड़ा सूकून से हु फिर सताने आओगी ना मेने खुद को समेट लिया है फिर बिखरने आओगी ना हम कभी जुदा नही होगे हमेशा हम यूही साथ रहेंगे लौटकर फिर से ये झुटे वादे करने तो आओगी ना चलो फिर में तुमसे एक मुलाक़ात करना चाहता हु बच गया था इस बार अबकी बार मरना चाहता हु लेकर बेवफाई का ज़हर पिलाना तो आओगी ना अच्छा सुनो बेवफा तुम मिलने तो आओगी ना चलो मुझको तो छोड़ दिया दिल भी मेरा तोड़ दिया करके बेवफ़ाई मुझसे रकीब से दिल जोड़ लिया कैसे निकलता है एक आशिक़ का ज़नाज़ा तुम देखने तो आओगी ना Gumnaam shayara Shizuka Siddhi Naruka Ayeza Khan Huma Khan
Gumnaam shayara Shizuka Siddhi Naruka Ayeza Khan Huma Khan
read moreRitika Aditya Dubey
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा, तुम्हारे दिल में रहूँ या ना रहूं तुम्हे हर पल अपने दिल में रखूंगा नहीं है कोई उम्मीद की तुम वापस आओगी, फिर भी तुम्हारे खुश होने की दुआ करूँगा, तुम दे दो मेरे हिस्से की भी मोहब्बत किसी और को, फिर भी अपने हर धड़कन पर तुम्हारा पहला हक रखूंगा, तुमसे इतनी है वफाएँ की तुम्हे अपनी आखिरी साँस तक चाहूंगा, तुम किसी की होने के बाद भी अगर आओगी लौटकर मैं फिर भी तुमको चाहूंगा।। #nojoto #nojotohindi
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read moreAbhishek Rajhans
सुनो ना अरे सुनो ना मैं तुमसे ही बात कर रहा हूँ जैसे चाँद को देख कर साहिल उमड़ता है जैसे बादल को देख कर धरा का दिल मचलता है ठीक वैसे ही मेरा दिल भी तुम्हारे आने के एहसास से धड़कता है बताओ ना कैसे आओगी तुम क्या तुम मुझे इशारों से बुलाओगी या अपने पायल की आवाज सुनाओगी या अपनी चूड़ियां जोर से खनकाओगी तुम बताओ ना आखिर कब तक आओगी क्या किसी भीड़ में मुझसे अपने नैन लड़ाओगी या अपने खुले बालो से मुझे रिझाओगी तुम जब भी आना बस आना जरूर क्या तुम्हें भी मेरी तरह लिखने का शौक रहता होगा क्या तुम्हें भी मेरी तरह पुराने गाने सुनने में मजा आता होगा बताना जरूर क्या गुलाबजामुन पसंद है तुम्हें भी क्या तुम मेरे लिए कभी-कभी गाजर का हलवा बनाओगी सुनो ना मैं चाँद से रोज बात करता हूँ तुम मेरे साथ चाँदनी रात में क्या चाँद से गप्पे लड़ाओगी मुझे ये तो नहीं पता तुम कब आओगी पर जब भी आना हल्की नारंगी साड़ी पहन कर आना माथे पे छोटी सी बिंदी लगा कर आना और नाक पे बुंदी थोड़ी चमकने वाली पहन लेना और क्या कहूँ तुमसे बस इतना जरूर करना मै अपने हिस्से का सब दे दूंगा तुम्हे तुम मेरी सांसों का हिस्सा बन जाना दिल से थोड़ा भावुक हूँ मैं जरा जब एक बार आ जाओ ना तो फिर मुझसे दूर मत जाना मैं तुम्हे गँवाना नही चांहूँगा कभी बस इसलिये तुम मेरी धड़कन बन जाना--अभिषेक राजहंस #NojotoQuote सुनो ना ,तुम आ जाना
सुनो ना ,तुम आ जाना
read moreKamal Kant
बड़ी मुद्दत हुई ख़ुद से मिले कल तुम मिलने आओगी क्या ख़ुद को भूला बैठा हूं तुममें मुझे मुझसे मिलवाने आओगी क्या #NojotoQuote #shayari#hindilines#2liners#hindipoet#hindiwriter#nojotowriting
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