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mini
कुछ निशां बाक़ी है ज़हन में वक्त बस उन्हें धुमिल कर पाया है शांत चित्त बैठा हूं किनारों पर तो हवा के जोंकों ने सहलाया है ©Pramila Sultan वक्त #सहता
fouji "Hindustani"
💞💞💞💞#मोहब्बत वो #हसीन #गुनाह है, जो इंसान.. #खुशी-#खुशी करता है... और #मोहब्बत मे.. #इंतजार वो #सजा है, जो वही #सहता है... जो #सच्ची #मोहब्बत करता है।#S#🤔 Sarkaar... #गुनाहे__मुहब्बत
Jerry
कई दुखो को छुपां, उहीं हसते रहते है हम, कोई कया अंदाजा लगायेगा इस चेहरे से, किस तरह सब सहते है हम.... #सहता
Jiten rawat
Sorry ख़ुशी दिखाकर ग़म सहता हूँ, उनको अक्सर मै कहता हूँ, प्याक किया है हम दोनों ने, फिर मैं ही अकेला क्यों, ग़म सहता हूँ? -Jitendra kumar rawat #Sorry
NISHI
((((पिता के जज्बात ))) भूला के अपने शौक,मै तेरे शौक पूरे करता हूं, छू न ले तूझे दर्द कोई,,तेरे लिए दर्द भी सहता हूं,, खूशी मिले तूझे,दूनिया की सारी,,मै तेरे लिए अपनी खूशी से समझौता करता हूं,, मै हूं तेरा पिता,,बच्चे मै तूझसे बहूत प्यार करता हूं,, तू चला न जाये किसी गलत राह पर,तेरे गलती पे तूझे डांटता हूं,, तेरे भले के लिए, मै तेरी नाराजगी भी सहता हू,, तेरे सपनो को देने को पंख,मै दुनिया से भी लड़ता हूं,, गर होता हूं कभी असमर्थ,तब ही,तूझे न कूछ दे पाता हूं,, माफ करना बच्चे मूझे,,मै जी जान लगाकर भी वो नही ला पाता हूं, मै हूं तेरा पिता,,बच्चे मै तूझसे बहुत प्यार करता हूं, बस एक ही उम्मीद है तूमसे की,,मेरे बूढापे मे,,तू मेरा हाथ थाम लेना,, एक -दो वक्त की रोटी तू मूझे खिला देना,, तू मूझे रखना तेरे नजरो के ही सामने,,वृद्धाश्रम न भेज देना,, बस अपने बूढापे के लिए मै तूझसे इतनी उम्मीद करता हूं,, मै हूं तेरा पिता ,,बच्चे मै तूझसे बहूत प्यार करता हूं,, 🙏love u papa 🙏#nojoto #openpoetry #father
Sushant Kushwaha
ख़मोसी से सहता गया शीतम तुम्हारी फिरभी करता रहा क़दर तुम्हारी।। समय बीतता गया शीतम बढ़ता गया तुम्हारी मैं बेअक़्ल बना रहा और सहता रहा शीतम तुम्हारी।। #shayari
Ek Anjan Lekhak
#DearZindagi कौन केहेता है लड़का होना आसान होता है, एक लड़का रोज ना जाने कितनी तकलीफ सहता है, कभी घर वालों के तो कभी रिश्तेदारों के तानें सहता है, कौन केहेता है लड़का होना आसान होता है। रोज घर से निकलता है पैसा कमाने के लिए, बाप की नजर में काबिल बनने के लिए, बस पिता की एक शाबासी के लिए। उसे हमेशा घरवालों की चिंता सताती हैं, किसी को परेशान देख नींद उसे भी कहां आती है। शादी के बाद मां और पत्नी के बीच फस जाता है, कौन गलत कौन सही दोनों तरफ से पिसता है, कौन केहेता है लड़का होना आसान होता है। कभी बहन के लिए परेशान रेहेता है, कभी छोटे भाई की जरूरतें पूरी करता है, सभी खर्चे संभालते संभालते सारा बजट बिगड़ जाता है। पूरे घर की जरुरते संभालते संभालते ख़ुद को ही भूल जाता है, अब किसे बताए की उसकी जरूरतें क्या है, कौन केहेता है लड़का होना आसान होता है। एक लडका होना। #DearZindagi #EkLadkaHona #Life
Shivam Mishra
बचाने दुनिया को अनगिनत लहरों की टक्कर रोज सहता है किनारा कभी कुछ नहीं कहता बस चुपचाप बना रहता है बचाने दुनिया को अनगिनत लहरों की टक्कर रोज सहता है ©शिवम मिश्र
धीरज सिंह राठौड़ ( रूद्र )
घने पेड़ की छाया सा है पिता है वो हमसाया सा है । मां का सब जिक्र है करते मां पर सब कोई लिखते ।। मूक बने सब सहता रहता हर हाल में वो खुश है रहता । अपने चमन के माली जैसा हर पोधे को सिचता रहता ।। शिकायत ना कभी उफ़ ना निकला जुबान से उसने क्या है किया कहा ना ये जहानं से । उसकी आंखे खुश होती है देख बच्चो की मुस्कान से । पिता है वो ना कहता है बस सहता ही रहता है उसका दर्जा आज तो ऊचा है आसमान से ।। ***रूद्र***