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Ashok Topno
#यहोवा के सब भक्तो. #vachan #jesusvachan #biblevachan #Motivational सुविचार इन हिंदी
read moreNamit Raturi
ताकत इतनी होती है एक वचन मे, भगवान को भी जो भेज दे वन मे..।। #shreeram #exile #raghukulreetsadachaliaayi #vachan #respect #twoliner
R.D. B.
*गुरु के सत्संग-सान्निध्य का मूल्य*👇 ********************************************** एक बार एक सन्त बाबा थे उन्हें भीड़-भाड़ बिल्कुल भी पसंद न थी इसलिए एक पहाड़ पर विराजमान थे। किंतु जब साधक दर्शन के लिए आते तो उन्हें सत्संगामृत का पान कराते। जिस पहाड़ पर बाबा जी विराजमान थे, उसी पहाड़ की तलहटी में चोर-लुटेरों का एक गाँव था। पहाड़ पर होने वाली चहल-पहल उन लुटेरों की नजर में आ गयी। उन लुटेरों ने अनुमान लगाया कि भक्तगण दर्शन के लिए जाते हैं तो बाबा जी के पास खूब माल-सामान एकत्र हुआ होगा। मार्ग पर आते-जाते साधकों को लूटने से उनका आना जाना बंद हो जायेगा इस डर से, लुटेरों ने बाबा जी को ही लूटने की योजना बनायी। एक रात्रि में वे बाबा जी की कुटिया पर डाका डालने पहुंच गये। पहले तो पत्थरबाजी करके लुटेरों ने उन्हें डराना चाहा। पत्थरों के गिरने की आवाज सुनकर एक भक्त ने बाबा जी को बतायाः “पहाड़ की तराई में लुटेरों की बस्ती है और वे लोग ही चोरी करने आये हैं।” “इतनी सी बात है !” ऐसा कहकर बाबा जी बाहर निकले और जोर से आवाज लगाते हुए कहाः “अरे भाइयो ! आप को पत्थर मारने की कोई जरूरत नहीं है। तुमको जो चाहिए वह ले जाओ।” बाबा जी खुद ही चोरों को बुलाकर अंदर ले गये। सब सामान बताते हुए कहने लगेः “जो सामान चाहिए, सब तुम्हारा ही है ले लो।” चोरों को बाबा जी की सरलता देखकर बड़ा आश्चर्य हुआ। संतों की लीला तो संत ही जाने ! ज्यों केले के पात में, पात पात में पात। त्यों संतन की बात में, बात बात में बात।। चोरी के दिन के बाद भी रोज सत्संग होता रहा। ठीक 15 दिन के बाद लुटेरों ने पुनः द्वार खटखटाये। बाबा जी बोलेः “आओ-आओ, इस बार माल थोड़ा ज्यादा है। खुशी से ले जाओ।” पहली बार तो चोरी के विषय में किसी को कुछ पता न चल पाया किंतु दूसरी बार की चोरी के बाद भक्तों में चर्चा का विषय बन गया। ‘गुरु के माल-सामान की सुरक्षा प्राणों से भी प्यारी होनी चाहिए। यह जगह सलामत नहीं है, अतः हमें स्थान बदल देना चाहिए। दान की चोरी तो उन्हें न जाने किस नरक में ले जायेगी !….’ भक्तों के बीच होती यह खुसर-फुसर बाबा जी के कानों तक भी गयी। तब बाबा जी ने अधिकांश साधकों को इच्छा के अनुरूप स्थान बदलने का निश्चय कर लिया। ...किंतु एक साधक ने अत्यंत विनम्रतापूर्वक कहाः “बाबा जी ! आप यहीं रहिये। किन पुण्यों के प्रताप से आपके सत्संग-सान्निध्य का लाभ हमें मिल रहा है, वह मैं नहीं जानता और उसके मूल्य का आकलन भी मैं नहीं कर सकता। आपने ही एक सत्संग के दौरान कहा था कि ‘भगवान से भी सत्संग की महिमा ज्यादा है।’ बाबा जी ! मुझे सेवा का एक मौका दीजिए। लुटेरों को जो चाहिए, उस राशन-सामान की पूर्ति मैं स्वयं कर दूँगा। यह शिष्य आपका दिया हुआ ही आपको अर्पण करता है। उसका सदुपयोग होने दीजिए। लुटेरों को बता दें कि पंद्रह दिन की जगह रोज आयें। मुझे रोज सेवा का मौका मिलेगा।’ इतना कहकर वह साधक बाबा जी के चरणों में गिरकर रो पड़ा। गुरु तो दया की खान होते हैं। बाबा जी ने एक साधक को गाँव में भेज कर लुटेरों के सरदार को बुलवाया और उससे कहाः “देख भाई ! अब तुम्हें यहाँ तक आने की मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। तुम्हें जो भी राशन-सामान चाहिए वह यह मेरा फलां साधक रोजाना तुम्हारे घर तक पहुँचा दिया करेगा।” लुटेरों के सरदार को अत्यंत आश्चर्य हुआ। जब उसने पूरी बात सुनी तो उसका भी हृदय परिवर्तित हो गया और वह भरे कंठ से बोलाः “बाबा जी ! आप यहाँ मौज से रहें। अब आपको कोई भी यहां परेशान नहीं करेगा। हमारे अपराधों को कृपया माफ कर दें।” इतना कहते-कहते वह बाबा जी के चरणों में गिर कर रो पड़ा। बाबा जी ने भी उसके सिर पर प्रेमपूर्वक अपना करकमल रख दिया। धन्य हैं वे सच्चे शिष्य, जो संतों के सान्निध्य एवं सत्संग की महिमा को जानते हैं ! ऐसे सच्चे शिष्यों का दिव्य भाव... लुटेरों का भी हृदय बदल दे... तो इसमें आश्चर्य क्या ! ©R.D. B. #friends #anmol #vachan
Parth kapadiya
किसी से मिलने का अब दिल नहीं करता खुद से आंखें मिलाने का वजूद नहीं मिलता में टूटा हुआ फिर से टूट चुका हूं इस कदर ! अब किसी पे भरोसा करने का मन नहीं करता ©Parth kapadiya #ब्रोकन #Broken #Promise #vachan #vishwas #Trust #Dil #tutna Anshu writer Manjeet Singh sandhya maurya (official) Gopal Barupal PREETI AGGARWAL
Raja Banerji
सात फेरों के वचनों से बंध कर भी, दिल का रिश्ता ना जुड़ पाया है, हमने तो बस हमदर्द मांगा था खुदा से, मगर खुदा ने हमारे दर्द को और बढ़ा दिया। ©Raja Banerji #vachan
vinod Arya
रिश्ते खून के नहीं होते विश्वास के होते हैं अगर विश्वास हो तो पराये भी अपने हो जाते हैं और अगर विश्वास ना हो तो अपने भी पराए हो जाते हैं.. 🙏🙏🙏 ©vinod Arya #vachan #lovebond