White गर्मी बहुत है, सिर फटता जा रहा है। बिना दिल के, जिस्मों का बोझ यूं धरती पर बढ़ता जा रहा है । पेड़ों को काटकर, हरियाली जलाकर अब रोने से क्या फायदा? अपनी ही गलतियों पर अब पछताना पड़ रहा है । ©Sudha Betageri #sudha