Nojoto: Largest Storytelling Platform

हर इंसान अना-परस्त नहीं होता लेकिन फ़िर भी कई बार

हर इंसान अना-परस्त नहीं होता लेकिन फ़िर भी 
कई बार वो चाह कर भी किसी बिगड़ते हुए रिश्ते को 
ठीक करने के लिए पहल नहीं कर पाता,
क्यूॅंकि पहले कई बार वो पहल कर के देख चुका होता है।
सामनेवाले इंसान की नज़र-अंदाज़ी, तौहीन, तंज़ और 
तल्ख़ियों से अपने दिल पर चोट खा चुका होता है।
पहला ज़ख़्म अभी तक भरा भी नहीं होता कि 
सामनेवाला इंसान फ़िर से वैसी ही चोट दिल पर दे देता है।
बनता हुआ यक़ीन फ़िर एक बार टूट जाता है।
और फ़िर ये इंसान कोशिश करना छोड़ कर उस 
सामनेवाले इंसान की तरफ़ से पहल का इंतज़ार करता है 
कि शायद उसे कभी इस रिश्ते का और अपनी 
ग़लतियों का एहसास हो जाए और 
कभी वो भी रिश्ते को ठीक करने की कोशिश करे।

लेकिन अक्सर ये इंतज़ार सिर्फ़ एक इंतज़ार ही रह जाता है 
क्यूॅंकि अपनी ग़लती को मान लेना भी बहुत हौसले का काम होता है।

©Sh@kila Niy@z
  #basekkhayaal  #basyunhi 
#anaa 
#rishte 
#ehsaas 
#nojotohindi 
#Quotes 
#24may