ऐ कलम ..! तुम कुछ ऐसा लिखना हित मे हो जो मेरी जनता के बुराई तुम बस इतनी ही करना अपने शब्दो में की बदलाव की आग जल सके सिने में अपनी लेखन से तुम कलम एक भगत सिंह और बनाओ l लक्ष्मी, गांधी जैसी तुम भी इस अन्धेरे कमरे मे अब एक जलती लॉ जलाओ ड़ूब रहा हैं देखो, सब कुछ एक कदम मैने बढ़ाया तुम भी थोड़ा सा हाथ बढ़ाओ #मिट्टीसेयारी #बदलाव #कलम #यकदीदी #यकबाबा