आपसी मनमुटाव(नज़्म) इस मुश्किल घड़ी में उम्मीदों का इल्हाम होना चाहिए, अब धूप भी जलाने लगी है फ़ौरन शाम होनी चाहिए। माना तरक़्क़ी की ख़ातिर हर चीज़ का सौदा किया हमनें, दर्द आँसू चीत्कार ग़मगीनी नही अब अंजाम होना चाहिए। उम्र भर उलझें रहे शिकवा शिकायतों में जिन-जिन से हम, "अंजान" उनसे मनमुटाव को भी अब नाक़ाम होना चाहिए। (इल्हाम- देववाणी, आकाशवाणी) #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #रमज़ान_कोराकाग़ज़ #kkr2021 #kkआपसीमनमुटाव #yourquotedidi #yqdidi