मुझसे भी क्या हया, कैसा मुझसे तेरा शर्माना, तू हसीन संग -ए -मरमर सी, मैं आईने का नज़राना! करीब रहता हूँ तेरे दिल के, कभी चुपके से तुझे छू जाऊँगा, मेरी खुश्बू में खो जाना ऐसे कई ना याद रहे फिर घबराना!! हुस्न जैसे तराशा हो उम्दा किसी जौहरी ने बारीकी से तेरा, कभी ख़ुद पीना लबों से कभी अपने लबों से मुझे पिलाना!! मेरा नाम लेते ही आ जाती है जिसके चेहरे पे मुस्कान °कुमार°, ख़ुदा ! उसके दिल में बस मेरी ही मोहब्बत का घर बसाना!! #YQBaba #Kumaarsthought #YQDidi #हिंदी #hindi #she'r #kumaarsher #कुमारग़ज़ल #gazal #शर्माना #घबराना #लबों #लब #नज़राना #बसाना