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Best कुमारग़ज़ल Shayari, Status, Quotes, Stories

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kumaarkikalamse

इश्क़ पर जिन-जिन को भरोसा है वो महसूस करेंगे और अपना प्यार देंगे.. साधारण लफ़्ज़ों में पेश-ए-खिदमत नया कलाम.. जमीं पर कल रात चाँद उतर आया था, मेरे महबूब को, खुद से भी हसीन पाया था। #पासबान बनकर रहूँगा तुम्हारा कहा उसने, #रिवायत थी हया की, और वो घबराया था। #Kumaarsthought #kumaarsher #नज़ाकत #ऐतमाद #कुमारग़ज़ल #मुख्तलीफ़

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जमीं  पर  कल  रात  चाँद  उतर  आया  था,
मेरे महबूब को, खुद से भी  हसीन  पाया था।

पासबान  बनकर  रहूँगा  तुम्हारा  कहा उसने,
रिवायत थी हया  की, और  वो  घबराया था।

मुख्तलीफ़  नहीं  मैं  तुझसे,  और  तू   मुझसे,
ये कहकर नज़ाकत से उसने उन्हे  मनाया था। 

महबूब ने चाँद से कहा तेरे बिन भी महफूज़ हूँ, 
इतना  ऐतमाद मेरे  इश्क़ ने उसे  दिलाया था।
 इश्क़ पर जिन-जिन को भरोसा है वो महसूस करेंगे और अपना प्यार देंगे.. साधारण लफ़्ज़ों में पेश-ए-खिदमत नया कलाम.. 

जमीं  पर  कल  रात  चाँद  उतर  आया  था,
मेरे महबूब को, खुद से भी  हसीन  पाया था।

#पासबान  बनकर  रहूँगा  तुम्हारा  कहा उसने,
#रिवायत थी हया  की, और  वो  घबराया था।

kumaarkikalamse

मेरी नसीहतों से ज्यादा मशहूर यहाँ, मेरी  लिखी  हर किताब  हुई,
कोई समझा नहीं एक हर्फ भी, किसी के हर सवाल का जवाब हुई।

हर तरफ शोर था मेरे नाम को लेकर, लोग कर रहे काना - फूसी थे, 
कोई अमल में लाकर सुकून में था, तो किसी की जिंदगी खराब हुई। 

पहुँचा ये कोहराम मुझ तक जब, लाखों  लोग हो चुके मेरे दीवाने थे, 
किसी का सब डूब गया, किसी को मिली पाई - पाई का हिसाब हुई। 

लगनी  ही  थी, और  लगी  भी  पुरजोर  तो‍हमत 'कुमार' जमाने की, 
किसी की हुई दुआ-ओ-मुराद पूरी, किसी  के लिए अधूरा ख्वाब हुई। 


 #ख्वाब #खराब #किताब #हिसाब #Kumaarsthought #kumaarsher #कुमारग़ज़ल

kumaarkikalamse

उदासी को अपनी मैं तन्हाईयों का  नाम  देता हूँ,
मैं  ग़म  को, तकलीफ़  बढ़ाने  का  काम देता हूँ!

कहीं  भूले  से  भटक  ना  जाए  खुशियां  रास्ता, 
मैं  दिन ढलने से पहले उन्हें दुख की शाम देता हूँ!

ज़ख्मों  को  मेरे  मरहम मिले, ये मुझे गँवारा नहीं, 
सुईयाँ चुभाता हूँ, खुद को ना कभी आराम देता हूँ! 

कहते है सारे वैध, हकीम मुझसे की शराब ज़हर है, 
जब भी चैन देती है ज़िंदगी, खुद को जाम देता हूँ! #Kumaarsthought #kumaarsher #कुमारग़ज़ल
#ज़हर

kumaarkikalamse

भाव : जब जुदाई होती तो भीड़ में भी इंसान ख़ुद को अकेला महसूस करता है.. जंगल जिसका कोई दूसरा छोर नहीं वो भी उसे बहुत छोटा लगने लगता है.. आने वाली ग़ज़ल का मतला. Pesh-e-khidmat आप सबकी नज़र #Kumaarsthought #kumaarsher #कुमारग़ज़ल #तन्हाई #लड़ाई

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जंगल भी छोटा लगता है हिज़्र के बाद तन्हाई में,
क्यों गँवा देते है लोग दिन-ओ-रात बस लड़ाई में!  भाव : जब जुदाई होती तो भीड़ में भी इंसान ख़ुद को अकेला महसूस करता है.. जंगल जिसका कोई दूसरा छोर नहीं वो भी उसे बहुत छोटा लगने लगता है..

आने वाली ग़ज़ल का मतला. Pesh-e-khidmat आप सबकी नज़र

#Kumaarsthought #kumaarsher #कुमारग़ज़ल #तन्हाई #लड़ाई

kumaarkikalamse

लबों  की  छुअन, बदन  की खुश्बू सब चुराने आया हूँ,
मैं  अपने  जिस्म  को, तेरी  रूह  से  मिलाने  आया हूँ!

साँसे बहकती है तेरी जब उंगलिया करती है बदमाशी,
मैं  तेरी  दबी  हसरतों  को, थोड़ा  भड़काने  आया  हूँ!

दीवाली है कुछ दिनों में, तुम खुद को बहुत साजाओगी,
मैं इश्क़ की फूलझड़ियां  और  पटाखे जलाने आया हूँ!

बातों-बातों में नजदीकियाँ तुम खुद ही बढ़ा लेना मुझसे,
मैं ख्वाहिशों  और  अरमानों की दूरियाँ मिटाने आया हूँ!

बाहों में जब ले लूँ, तो थोड़ी अदा, थोड़ी हया  दिखाना,
मैं  तेरे  रेशमी  दुपट्टे  को, तेरे  सर  से  हटाने  आया  हूँ!

तलब है 'कुमार' बेइंतहा, पर इश्क़ मेरा रूहानी है तुझसे, 
मैं, मेरी  मोहब्बत को  शरीक-ए-हयात  बनाने आया हूँ! 
     #Kumaarsthought #kumaarsher #कुमारग़ज़ल #Kumaaromantic #erotica

kumaarkikalamse

लूटकर मुझे, मुझे  मालामाल  करने  का  वादा  कर  गया,
तोड़ के दिल की हर  दीवार, दर्द  थोड़ा  ज्यादा कर गया!

मैं  ढूंढ  ना  लूँ  कहीं  चैन -  ओ -  सुकून    उसके  बिना,
तकलीफें बढ़ती रही मेरी, इसका  पूरा  इरादा कर  गया!! 

वफा  निभाने  की  थी  मुझमें  जैसे  कोई बीमारी  पुरानी, 
देके रुसवाई-ओ-बेवफ़ाई अकेलेपन का लबादा कर गया!

अपने नाम  की  उसने  हर  बड़ी  इमारत, दुकान-ओ-जमीं
'कुमार'  के  नाम  मिल्कियत  वो, खुद  से  आधा कर गया!  #Kumaarsthought #kumaarsher #कुमारग़ज़ल #इरादा #वादा

kumaarkikalamse

Good evening to all of you. This post is dedicated to rohini arora जी. First Misra of मतला is her line. I just tried to elaborate it. In first 3 she'r some negativity is there but I tried to ended it with positive note. Hope you guys will find the feelings of this creation. I guess this will be my last creation, as soon I am leaving this platform. So guys would love to get response for my writing so far on YQ. #yqbaba #yopowrimo #Kumaarsthought #kumaarsher #कुमारग़ज़ल

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तारों को  गिनते  गिनते  वो चाँद खो देते है,
फूलों की तमन्ना में अक्सर खार बो देते है!

मुन्तज़िर रहते है जो दीदार-ए-यार के लिए,
हिज़्र की बात हो तो बेवजह ही रो देते है!!

हिम्मत टूटती है जब, तब सहा नहीं जाता, 
चाक-ए-जिगर अपने  नमक से धो देते है! 

इब्तिदा-ए-इश्क़ हो, शब-ए महताब ना हो, 
इश्क़ करने वाले तो अंधेरों को लौ देते है!  Good evening to all of you. This post is dedicated to rohini arora जी.

First Misra of मतला is her line. I just tried to elaborate  it. In first 3 she'r some negativity is there but I tried to ended it with positive note.

Hope you guys will find the feelings of this creation.

I guess this will be my last creation, as soon I am leaving this platform. So guys would love to get response for my writing so far on YQ.

kumaarkikalamse

बहुत दिनों बाद कुछ आपकी खिदमत में. Health was allowing me to do this or to write something. Tried to write a love, passionate, romantic gazal, your comments will guide me further. This is for all my friends here. #yqbaba#Kumaarsthought #kumaarsher #कुमारग़ज़ल

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हर शाम, ए शाम! तेरा इंतज़ार किया, तेरा नाम किया, 
तू ना आई, शब गुजर गई,  फ़िर  हाथ  में जाम लिया!

एक आरज़ू थी पाली, पीता  रहूँ तेरे होंठों से तेरा हुस्न,
कभी मकते, कभी मतले ने  आसान मेरा काम किया!

अहद-ए-मोहब्बत  कितनी बार  किया फ़िर तोड़ दिया,
एक मेरी खुशी के लिए फ़लक ने माह-ए-तमाम किया!

हबीब हूँ तेरा, अपना रक़ीब ना मान, राह-ए-मोहब्बत में,
मैंने तेरी नज्र, अपनी हर नज़्म, ग़ज़ल हर कलाम किया!

तेरे बिना मुक़म्मल नहीं शख्सियत 'कुमार' की ना वज़ूद है,
आओ, देखो, ख्वाबों को हक़ीक़त बनाने का है इंतज़ाम किया!  बहुत दिनों बाद कुछ आपकी खिदमत में.
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Tried to write a love, passionate, romantic gazal, your comments will guide me further.

This is for all my friends here.

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kumaarkikalamse

इस कलाम की प्रेरणा और स्त्रोत Dost MD Bhuradia है उनके लिखे एक she'r को इसमे मैंने इस्तेमाल किया है उनकी रज़ामंदी के साथ. Thanks for your encouragement dost. #Kumaarsthought #kumaarsher #कुमारग़ज़ल

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अनंत  जीवन  सागर  में, मैं  खुद  का  एक  कोना बनाना चाहता हूँ, 
मौत को बना के बिछौना अपना , मैं  मृत्यु  को  जगाना  चाहता  हूँ!

होती  है  तकलीफें  हज़ार, दर्द बे-निज़ात, और परेशानी  बेहिसाब, 
बनाकर  इंसानियत  का  आशियाना, मैं  सबको हँसाना चाहता हूँ! 

किसी  को  गिरा  के  आगे  बढ़ना  बहुत आसान  है, सब जानते है, 
मेहनत को बना के लक्ष्य  अपना, मैं सबको आगे बढ़ाना चाहता हूँ! 

जो बीत गया, वो भूत हुआ, नये कल के स्वागत में हिचकते है क्यों, 
गुजरी यादों को बना कर स्तंभ, मैं सबको मार्ग दिखाना चाहता हूँ!

 इस कलाम की प्रेरणा और स्त्रोत Dost MD Bhuradia है 
उनके लिखे एक she'r को इसमे मैंने इस्तेमाल किया है उनकी रज़ामंदी के साथ. 

Thanks for your encouragement dost. 
#Kumaarsthought #kumaarsher #कुमारग़ज़ल

kumaarkikalamse

This was originally written in 2012 and then posted on shayari.mobi on 2013, 2014 in a magazine and 2016 on my FB wall. Today, with some changes I am posting it here to save it as a wallpaper for rest of my life. I hope this will touch my reader's heart. #Kumaarsthought #kumaarsher #कुमारग़ज़ल #पत्थर #नसीब

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पत्थर की हो बेशक़ ये दुनिया, पर हर इंसान कभी बुरा नहीं होता 
हो  नियत में नेकी तो, नसीब  किसी  का  कभी  बुरा  नहीं  होता! 

बन  जाते  है  अक्सर   ये  नाते  ये  रिश्ते  मतलबी  इस  जहां  में, 
हो अदब जब लफ़्ज़ों में तो कोई अल्फाज़  कभी  बुरा नहीं होता!

रोते  हैं  ना  जाने  कितने, कितने करते  शिकवा-ओ-शिकायत  हैं,
यक़ीन हो खुद पर गर तो, दौर मुफलिसी का कभी बुरा नहीं होता! 

टूटकर   बिखर   जाने   से  होगा   क्या?  ये  सोच  बन  जाए  जब, 
रात  में  सोने  के  लिए   मिला   अँधेरा,  कभी   बुरा   नहीं   होता! 

दर्द  को  बना  ले जीने  की ताकत अपनी 'कुमार ' तो क्या बात हो,
कि  दे  दे  जीने  की  वजह  तो  दर्द-ओ-ग़म  कभी  बुरा नहीं होता! 
 This was originally written in 2012 and then posted on shayari.mobi on 2013, 2014 in a magazine and 2016 on my FB wall. 

Today, with some changes I am posting it here to save it as a wallpaper for rest of my life. 

I hope this will touch my reader's heart. 

#Kumaarsthought #kumaarsher #कुमारग़ज़ल #पत्थर #नसीब
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