कभी देखा है, जीवन के, इन सुरभि विहीन कृत्रिम पुष्पों को... इन्हे महकाने के लिए, जीवंत होना होगा सत्य के धरातल पर.. उतरना होगा अंतस की गहनतम खाई में... जहाँ पल्लवित होंगे, चेतना के नवांकुर.... सुगन्धित सुमधुर.... #yqbaba #yqdidi #हिंदीqoutes #spirituality #जीवन_का_सत्य #आत्ममंथन #विष्णुप्रिया