इस किताब के पन्ने दरिया में, 'कब तक' एक-एक करके बहाओगे,, आखिर कितनी बार तुम, अपनी ही दहलीज से वापस आओगे,, मालूम है, गर तुम्हें सुकून भी आएगा, तो बस मेरी आगोश में,, आख़िर इस बेजान तकिए को कब तक, यूं अश्कों से भिगाओगे,, -Dr Anupam singh amethia #शायरी #status #lonleness #onesidedlove #Pain #Dranupamsingh #alonesoul