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दोष (दोहे) दोष रहित कुछ भी नहीं, कहता ये संसार। ज

दोष (दोहे)

दोष रहित कुछ भी नहीं, कहता ये संसार।
जो खूबी को ढूंँढते, उसके शुद्ध विचार।।

गलती करके दोष दें, नहीं मानते बात।
अकड़ दिखाते वे रहें, देते भी आघात।।

पितृ पक्ष में ही करें, पुरखों को जल दान।
मुक्त करें उस दोष से, खुश होते भागवान।।

दोष खुद पर अगर लगे, आता उसको क्रोध।
समझ न आती बात है, हो कैसे अब बोध।।

गलत राह पर जो चले, देते वो ही दोष।
गलती पर सुधरें नहीं, करते भी हैं रोष।।
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देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit 
  #दोष #दोहे #nojotohindi 

दोष (दोहे)

दोष रहित कुछ भी नहीं, कहता ये संसार।
जो खूबी को ढूंँढते, उसके शुद्ध विचार।।

गलती करके दोष दें, नहीं मानते बात।
deveshdixit4847

Devesh Dixit

New Creator

#दोष #दोहे #nojotohindi दोष (दोहे) दोष रहित कुछ भी नहीं, कहता ये संसार। जो खूबी को ढूंँढते, उसके शुद्ध विचार।। गलती करके दोष दें, नहीं मानते बात। #Poetry #sandiprohila

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