अल्फ़ाज़ सूर्या - अल्फाज़ मेरे अब लबों पर आकर थम जाते है.. किस्से कहानियां बचपन के बहुत याद आते है.. ढलती शाम तक लौट आते थे घर को कभी.. अब तो आधी रात तक भी नही पहुँच पाते है... तरुण सूर्यवँशी "साहिल' #alfaaz #nojotohindi #poet #shayari #love #life #child #thought #Nojoto #अल्फ़ाज़ #लब #किस्से #कहानियां #बचपन #ढलतीशाम #घर #आधीरात Wo Akhiri Shabd...✍🏻 LoVe YoU # आखरी_सफर _writes कथायति Inner Voice