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कोई घर मे है कोई सफर में है तो कोई आफत के मंजर में

कोई घर मे है कोई सफर में है तो कोई आफत के मंजर में है 
घायल तो लोगो की जुबान कर देती है और सब दिखाते की धार खंजर में है 

कोई भूल जाता है किसी से दूर जा कर तो  कोई दिन रात आंसू बहाता है 
लोगो को किसी का परवाह नही उनके लिए तो पानी सिर्फ समुंदर में है
 
अजब सी दुनिया हो गयी है किसी को किसी से अब कोई मतलब नही 
घायल छोड़ जाते हैं मरने के लिए रास्ते में ओर कहते हैं कि ये उसके मुकदर में है 
श्मशान में जलाने के बाद कब्र में सुलाने के बाद
13 से 30 दिन बाद सब भूल जाते हैं और पूछने पर कहते हैं कि वो मेरे दिल के अन्दर में है

©Andy Mann
  #दिखावा और फरेब PФФJД ЦDΞSHI Anshu writer KK क्षत्राणी Ritu Tyagi Neel  Sh@kila Niy@z दीपा साहू "प्रकृति" Niaz (Harf) Shayra Neelam Modanwal  0 poonam atrey Maaahi.. Paakhi Sharma MRS SHARMA  Sethi Ji Geet Sangeet KhaultiSyahi Rameshkumar Mehra Mehra Ak.writer_2.0