#LabourDay #श्रम_साधकों_को_कृतज्ञ_प्रणाम 🙏🙏🌹 हर दिन की शुरुआत तपती, इक दुपहरी सी होती हैं, थके जिस्म के आगे पहाड़ी ऊंची ,खाई गहरी सी होती हैं, वह कहां रुकता हैं पिछे हटता नही अपने जीवन पथ से गढ़नी हैंउसे स्वाभिमान की नगरी जो सुनहरी सी होती हैं! -#रामकरण #Labour_Day