वक्त की कमी है हमारे पास , ग़ीबत में मशरूफ हैं हम , कोड़ी कोड़ी को है मोहताज , शोखों के मज़मून में है ग़ुम , जानते हैं मज़मूम हैं बूरी बात , फिर भी मफ्तुं हैं हम , इमरान है हमारी मतकिन के पास , और कहते हैं मजलूम हैं हम , अच्छा है मदकून है नसीब हमारा , बहेतर है मनहूस हैं हम = इमरान शेखानी "मज़धार" @ yoursbuddy #NojotoQuote #rachna #gazal #kavita #poetry #poem #yoursbuddy