Nojoto: Largest Storytelling Platform

ला फिर इक बार वही बादा ओ जाम ऐ साक़ी थोड़े तो

ला फिर इक बार वही  बादा ओ जाम  ऐ  साक़ी 
थोड़े तो  कम  हों  अलम-बर्क़-ख़िराम  ऐ  साक़ी

मेरा    साग़र     हुआ     लबरेज़    तवानाई    से
लेकर 'आरिज़   पहुँचे   शम्स का फ़ाम  ऐ  साक़ी

जिस की  उम्मीद  में  गुज़री  है जो  ता-उम्र मिरी
आया महताब  नज़र  वो  लब-ए-बाम  ऐ  साक़ी

सब  हि  मदहोश  हैं   कोई   नहीं  शाइस्ता  यहाँ
किस को है  फ़र्क़-ए-हलाल और हराम  ऐ  साक़ी

वो अगर हाज़री दे रुख़्सत ए 'अख़्तर' के  ब'अद
अर्ज़   करना   मिरा   आख़ीर  सलाम  ऐ  साक़ी 2122 1122 1122 112/22
फ़ाइलातुन फ़'इ'लातुन फ़'इ'लातुन फ़'लान(फ़ालुन)
--------------------------------------------------------
अलम-बर्क़-ख़िराम= बिजली की रफ़्तार की तरह बढ़ते हुए ग़म
साग़र= cup of wine
लबरेज़= overflow
तवानाई= energy
'आरिज़= clouds on horizon
ला फिर इक बार वही  बादा ओ जाम  ऐ  साक़ी 
थोड़े तो  कम  हों  अलम-बर्क़-ख़िराम  ऐ  साक़ी

मेरा    साग़र     हुआ     लबरेज़    तवानाई    से
लेकर 'आरिज़   पहुँचे   शम्स का फ़ाम  ऐ  साक़ी

जिस की  उम्मीद  में  गुज़री  है जो  ता-उम्र मिरी
आया महताब  नज़र  वो  लब-ए-बाम  ऐ  साक़ी

सब  हि  मदहोश  हैं   कोई   नहीं  शाइस्ता  यहाँ
किस को है  फ़र्क़-ए-हलाल और हराम  ऐ  साक़ी

वो अगर हाज़री दे रुख़्सत ए 'अख़्तर' के  ब'अद
अर्ज़   करना   मिरा   आख़ीर  सलाम  ऐ  साक़ी 2122 1122 1122 112/22
फ़ाइलातुन फ़'इ'लातुन फ़'इ'लातुन फ़'लान(फ़ालुन)
--------------------------------------------------------
अलम-बर्क़-ख़िराम= बिजली की रफ़्तार की तरह बढ़ते हुए ग़म
साग़र= cup of wine
लबरेज़= overflow
तवानाई= energy
'आरिज़= clouds on horizon

2122 1122 1122 112/22 फ़ाइलातुन फ़'इ'लातुन फ़'इ'लातुन फ़'लान(फ़ालुन) -------------------------------------------------------- अलम-बर्क़-ख़िराम= बिजली की रफ़्तार की तरह बढ़ते हुए ग़म साग़र= cup of wine लबरेज़= overflow तवानाई= energy 'आरिज़= clouds on horizon #ghazal #yqdidi #urdupoetry #yqbhaijan #urdushayari #ownthought #ekgulnaar_lovequotes #vaseemakhthar