सजल ~~~~ गोरखधंधा है दिल के कालों का है सभी जगह पर जाल दलालों का घूसखोरी दलाली बहुत होती है शोषण होता है भोले भालों का दफ्तर हो या नेता सब हो अपने कुछ ले देते हैं गुंजा तालों का पहले ही पेपर सबको मिलते हैं बाद होता है जवाब सवालों का सभी कर रहे हैं बदमाशियां बड़ी है दौर बड़ा बुरी नजर वालों का @ गोपाल 'सौम्य सरल' ं #glal #sajal #hindipoetry #hindipoem #hindikavita #hindipoet #yqbaba #yqdidi