"मौत का दिन" दुनिया की कोई दौलत न काम आयेगी, न काम आएगी कोई शोहरत, खुदा की बंदगी कर लो इंसान, मौत का दिन नजदीक है तुम्हारे। क्या दोगे जवाब तुम, उनके सारे सवालों का, तुम्हारे हर बुरे कर्मो का फ़ल बनकर, मौत का दिन एक दिन आएगा। कौन अपना कौन पराया, आखीरत के दिन कोई रिश्ता न काम आया, दुनियावी सफ़र का एक मोड़ ये भी आएगा, मौत का दिन कोई और मोड़ न लायेगा। जिंदगी एक खूबसूरत सफ़र है, मौत का दिन इसकी मंजिल, हर किसी को मंजिल तक पहुंचना होगा, किसी को देर से तो किसी को बहुत जल्द ही, इस मुकाम को हासिल करना ही होगा। -Nitesh Prajapati रचना क्रमांक :-21 23/04/2022 #kkrमौतकादिन #collabwithकोराकाग़ज़ #रमज़ानकोराकाग़ज़ #kkr2022 #कोराकाग़ज़ #kkrnitesh