क्योंकि प्रेम में मिली असफ़लता के बाद उसे लगता है कि वह अकेला हो गया है।नैतिकता और शिष्टाचार का बोध उसे अंदर ही अंदर परेशान करता है।वह सब कुछ छुपा लेने की कोशिश करता है।इस कारण संवाद हीनता का शिकार हुआ वह तन्हाई में खो जाता है।इन हालात में भावनात्मक सपोर्ट मिलता है तो वह सब सहन कर सकता है।शिक्षा मनोविज्ञान और बाल विकास सम्बंधित विषयों को छोटे स्तर से ही पढ़ाई में स्थान मिलना चाहिए।शिक्षक और अभिभावकों को बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए उन्हें भवनात्मक सपोर्ट देना चाहिए। ©दिव्यांशु पाठक --------------------------- _____________________________________________ #ख़यालोंकीउथलपुथल #पाठकपुराण #KKसवालजवाब29 #KKसवालजवाब #collabwithकोराकाग़ज़ #yqdidi #कोराकाग़ज़ #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़