मैं मुस्कुराती हूँ, क्योंकि ग़म ढंकने का इससे अच्छा ज़रिया नहीं, टिकती नहीं हैं मुश्क़िलें मुस्कुराने से,इससे अच्छा नज़रिया नहीं। ख़ूबसूरत दिखता है ज़िन्दगी का मकाँ भी तो इसकी आराइश से, किसी से ख़ुद को बचाने के लिए भी इससे अच्छा हाशिया नहीं। होता नहीं कभी ख़त्म, बे-हिसाब है ये रिश्तों का हिसाब-किताब, भूल-चूक रफ़ा-दफ़ा करने के लिए इससे अच्छा तस्फ़िया नहीं। ज़िन्दगी में कोई क्यों आता-जाता, मिलता न कहीं इसका जवाब, बिना शर्त ता-उम्र साथ रहने के लिए इससे अच्छा साथिया नहीं। यूँ तो चाहने वाले क़दम-क़दम पर गुलशन बिछा सकते हैं 'धुन', मगर सबको देने के लिए, ज़माने में इससे अच्छा शुक्रिया नहीं। हाशिया- Border तस्फ़िया- Settlement होली के हमजोली- 05 #होली2021 #विशेषप्रतियोगिता #होलीकेहमजोली #kkhkh2021 #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़ #sangeetapatidar #bestyqhindiquotes