शीर्षक - मैं नहीं तो मेरा कोई अंश, काम मेरा यह करेगा -------------------------------------------------------- मैं नहीं तो मेरा कोई अंश, काम मेरा यह करेगा। रखेगा यह दीप जलाकर, ख्वाब मेरा पूरा करेगा।। मैं नहीं तो मेरा कोई अंश---------------------।। नहीं मिलेगी कभी खाक में, की गई मेरी मेहनत। वह यह चमन आबाद करेगा, नाम मेरा अमर करेगा।। मैं नहीं तो मेरा कोई अंश-------------------।। हंस लो तुम आज मुझपे बहुत, मेरी मुफ़लिस सूरत पे। मेरा सितारा करेगा बुलन्द वह, सिर मेरा ऊंचा करेगा।। मैं नहीं तो मेरा कोई अंश-------------------।। सिर्फ दिखावा नहीं है, बहता हुआ यह मेरा लहू। दिलायेगा मुझको वह मुकाम, ताज मेरा रोशन करेगा।। मैं नहीं तो मेरा कोई अंश-------------------।। बाजी अभी मैं हारा नहीं हूँ, हिम्मत अभी खोई नहीं है। मुझको पूरा यकीन है वह, मुझको वतन में मकबूल करेगा।। मैं नहीं तो मेरा कोई अंश-------------------।। शिक्षक एवं साहित्यकार गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान) ©Gurudeen Verma #ग़ज़ल_सृजन