छूट रहा था हाथ टूट रहा था कुछ पहले दरारें बढ़ी फिर चकना चूर हो गई बड़ी ही मशक्कत से बने थे रिश्ते ये तकलीफे..... खुशियो से ज्यादा अब मशहूर हो गई बिखर सा गया अब सब। सब कुछ अब ..... फैली– फैली सी नजर आती है अनबूझे सवालों से लोग अब ये दुनिया पहेली सी नजर आती है। ✍️रिंकी #कुछदेरपहले #यकदीदी #यकबाबा