प्रियतम का इंतजार *************** मेरे प्रियतम समझ ,मेरे दिल की वेदना, तेरी यादों के शूल कर रहे हैं दिल को छलनी, कोई कहे मुझे पागल तो कोई कहे प्रेम पूजारन, तेरे इंतजार में दिन-ब-दिन हो रहे हैं ज़ार-ज़ार, ओ निर्मोही तुम्हें ख़बर है क्या ?कोई कर रहा है इंतजार। तेरे प्यार की यह !.......शोखियां बढ़ाए मेरी बेकरारी, प्रियवर तेरे इंतजार में!... प्यार की घड़ीया बीती जाए, तुम आके थाम लो पिया, अब मेरे प्यार की जिम्मेदारी, यह जन्म तेरे नाम कर चुकी हैं तुझ पर ही है बलिहारी। मेरी सांसो में तुम समाए हो तुम!..... .........श्वास बन कर, हाय बढ़ती ही जा रही है यह बेकरारी,अब जान पर बन आए, तू रूह मेरी मैं जिस्म तेरा!....... बस अरमानों के जज्बात हो, तू उदास होए, ऐसा समां आए!....... तो आंख मेरी नम होए तू समुद्र मेरा, मैं किनारा तेरा!...... ऐसा रूहानी मिलाप हो। #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #विशेषप्रतियोगिता #कोराकाग़ज़_pc_14 #प्रियतमकाइन्तेज़ार(कविता)