मेहनत पर उनकी मैं रोटी खा रही थी ,
वह फसलें काटते भी है , ओर उगते भी है।।
वह कड़कड़ाती ठंड हो या जलती हुई धूप,
वह श्रम रात-दिन करते हमे देखो रोटी मील तो रही है ।।
दो वक्त की रोटी उनकों नहीं मिलती,
एक वक़्त ही बेहद मुश्किल से मिलतीं है।।
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I have not done till today but many people not value food which they get🤗🤗🤗 #India#कविता#farmer#kishan#किसान#किसानों#अनदाता#खेतीबाड़ी#isurbhiladha#सुरभी_लड्डा