पल्लू को कमर में खोंसकर यूं रखती है, जिम्मेदारियों का संतुलन संभाले मुस्कुरा कर चलती हैं.... #पल्लू #जिम्मेदारियां #औरत_एक_रूप_अनेक #मुश्किलें कितनी भी हो हंस कर टाल देती है #मां #औरत है जनाब हार कहा मानती है #yqlifethoughts #tulikagarg