"पैसों का शोर" पैसों का शोर जारी है आज, इस फरेबी दुनिया में, दिल के रिश्तो के सामने भारी पड़ रहा है, पैसों वाला रिश्ता इस दुनिया में। पैसों का शोर बिगाड़ता हैं रिश्ता आपस में, कोई भाई भाई आपस में जायदाद के लिए झगड़ रहा है, कहाँ एक बेटा हिस्सा मांग रहा है अपने मांँ बाप से जायदाद में, और कहीं व्यवसाय में पाटनर झगड़ रहे पैसों के लिए। अरे पैसा तो है चंचल पानी जैसा ए इंसान, किसी के पास नहीं टिकता सदा के लिए, पैसा देखकर रिश्ता जोड़ोगे तो, थोड़े वक़्त में ही रिश्ता हाथो से खो बैठोगे। पैसों को क्यों अहमियत देता है इंसान, पैसों से सिर्फ चीजें खरीदी जा सकती है, खुशी और रिश्ते नहीं खरीदे जा सकते, पैसा तो आज है कल नहीं भी होगा, लेकिन एक सच्चा रिश्ता हमेशा ही साथ होगा। -Nitesh Prajapati रचना क्रमांक :-23 25/04/2022 #kkrपैसोंकाशोर #collabwithकोराकाग़ज़ #रमज़ानकोराकाग़ज़ #kkr2022 #कोराकाग़ज़ #kkrnitesh