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"जिजीविषा,🍁 हमारे प्रेम की " - Anjali Rai

"जिजीविषा,🍁 हमारे प्रेम की "
       - Anjali Rai
  ( शेष अनुशीर्षक में ....)  सोचती हूं अक्सर
 क्या ऐसे ही खत्म हो जाएगा
सब कुछ शून्य हो जाएगा हमारे दरम्यान या
 कर देंगे हम दोनों एक दूसरे को अपने ही भीतर ......;
तुम हमेशा अपने व्यस्तता का मोटा चश्मा टिकाए 
रखना अपने माथे पर और मै अपने माथे पर सिंदूरी परिधि में  तुमसे जुड़े हर 
छोटे से छोटे और बड़े से बड़े बिंदु को .....।
ऐसे कब तक हमारा "मौन"
"जिजीविषा,🍁 हमारे प्रेम की "
       - Anjali Rai
  ( शेष अनुशीर्षक में ....)  सोचती हूं अक्सर
 क्या ऐसे ही खत्म हो जाएगा
सब कुछ शून्य हो जाएगा हमारे दरम्यान या
 कर देंगे हम दोनों एक दूसरे को अपने ही भीतर ......;
तुम हमेशा अपने व्यस्तता का मोटा चश्मा टिकाए 
रखना अपने माथे पर और मै अपने माथे पर सिंदूरी परिधि में  तुमसे जुड़े हर 
छोटे से छोटे और बड़े से बड़े बिंदु को .....।
ऐसे कब तक हमारा "मौन"

सोचती हूं अक्सर क्या ऐसे ही खत्म हो जाएगा सब कुछ शून्य हो जाएगा हमारे दरम्यान या कर देंगे हम दोनों एक दूसरे को अपने ही भीतर ......; तुम हमेशा अपने व्यस्तता का मोटा चश्मा टिकाए रखना अपने माथे पर और मै अपने माथे पर सिंदूरी परिधि में तुमसे जुड़े हर छोटे से छोटे और बड़े से बड़े बिंदु को .....। ऐसे कब तक हमारा "मौन" #प्रेम #yourquotedidi #yqsahitya #yqhindiquotes #yqastheticthoughts #hindisoul #अशेष_शून्य