"कोरोना" नहीं ज़िन्दगी का यमराज है तन नहीं मन भी इससे हताहत हुआ है प्रकृति से छेड़छाड़, मानव कुकृत्य है कुछ लोगों की सजा जगत उठा रहा है सीमट के रह गई हैं ज़िंदगी इंसान की हो गया इंसान, गिरफ्त में कोरोना की ना समझ है,फिर भी गलतिया कर रहा लापरवाही की आग में है सब जल रहा चिताओं को नहीं मिल रहा हैं "श्मशान" अपनी करनी को खुद भुगत रहा इंसान रमज़ान कोरोना का कहर (08/30) #kkr2021 #collabwithकोराकाग़ज़ #kkकोरोनाकाकहर #रमज़ान_कोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़ #अल्फाज_ए_कृष्णा #covid19