वो हज़ारो मेरे गांव के पेड़ देखते रहे आने जाने वालों को ना जाने कितने खानदान गुज़र गए उसकी छांव में बैठकर #पेड़ #दरख़्त #गांव #देश #मुल्क़ #खानदान #शायरी #कविता #दिल #ज़िन्दगी #quote #writer #poetry #shayri #kavita #hindiwriter #sadak #raah #feelings