भीगी भीगी बारिश में, कुछ भीगा भीगा है मन। न जाने क्या है इन बारिश की बूंदों में, कि हर पल बस चहकता रहता है मन। न किसी के डाँटने का डर, और न ही बीमार हो जाने की चिंता। बस किसी मोर की तरह, बेफिक्र होकर नाचने का मन। #भीगी भीगी बारिश