ओ ख़्वाब! तुझे छूकर कभी देखूँ तो शायद एहसास हो मुझे- मेरे जंग लगे आत्मविश्वास के इंजन में नया जान डालती शक्तिशाली वो ईंधन है तू, मेरी दिशाहीन ज़िन्दगी को मक़सद देती प्रेरणा का असीम स्रोत है तू, जो चाहूँ तुझे सिद्दत से मैं तो शायद एक ख़्वाब नहीं, हक़ीक़त है तू l यही दिन रात मैं सोचूँ तुझे छूकर कभी देखूँ ओ मेरे ख़्वाब। अपने ख़्वाब के बारे में लिखें। #छूकरदेखूँ #collab #yqdidi ...