Nojoto: Largest Storytelling Platform

पिता को मुखाग्नि देकर घर आयी बेटी छुपाएं आंसू और म

पिता को मुखाग्नि देकर
घर आयी बेटी छुपाएं आंसू
और माँ के आँसू पोंछकर कहा
माँ चुप हो जा अभी जिंदा हूँ मैं..

ग़र घर में बेटा होता माँ
चाहें जितना भी होता काबिल
पर वह बेटी तो नही हो सकता
'बेटी' ही नही माँ 'बेटा' भी हूँ मै..

सिर पर रस्म पगड़ी की नही
काबिलियत पर जिम्मेदारी ताज
पिता का आदर्श और आशीर्वाद है
गर्व करेगा जहां 'माँ' तेरी बेटी हूँ मै..

©Anil Ray
  💗💗 "बेटी बेटों से कम नही" 💗💗

यूं मत देखों! अनिल मुझको तुम
मेरे किरदार और कहानी की लेखक खुद हूँ..

जब चाहे विषय बदल लिया जाये
अमिट स्याही की मज़बूत-सी सुंदर कलम हूँ..
anilray3605

Anil Ray

Bronze Star
Growing Creator
streak icon1

💗💗 "बेटी बेटों से कम नही" 💗💗 यूं मत देखों! अनिल मुझको तुम मेरे किरदार और कहानी की लेखक खुद हूँ.. जब चाहे विषय बदल लिया जाये अमिट स्याही की मज़बूत-सी सुंदर कलम हूँ.. #girl #daughter #responsibility #कविता #character #equality #beti #nojotohindipoetry #Anil_Kalam #Anil_Ray

567 Views