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मुक्तक: आजाद परिंदा सच में शर्मिंदा कौन यहां।

मुक्तक: आजाद परिंदा 

सच में  शर्मिंदा  कौन यहां।
सच में ही जिंदा कौन यहां।
सब उलझे  हैं  परिपाटी में।
आजाद परिंदा  कौन यहां॥

Dinesh Pandey

©दिनेश कुशभुवनपुरी
  #मुक्तक #आजाद_परिंदा  ~pragya Suhana parvin पथिक.. PRIYANK SHRIVASTAVA 'अरमान' अmit कोठारी "राही"  Nîkîtã Guptā R K Mishra " सूर्य " विवेक ठाकुर "शाद" Anjali Srivastav Asmita Singh  poonam atrey Ritu Tyagi Manisha Keshav गुरु देव Anupriya  Raj Guru gungun gusain एक अजनबी मनोज मानव सुरमई साहित्य  {[PREET]} Diksha Singh सुनील 'विचित्र' singer shailesh Tripathi MƳ ƊŘĚÃM ÌŞ MŶ ŁÎFÉ  Disha Anshu writer -"Richa_Shahu" Rakesh Kumar Das Babli Gurjar  Kanu Priya वरुण तिवारी .Indian Sing Language कृष्णा व