अपने लबों पर कभी मेरा नाम लाया न कर।
खोल कर गेसुयें,मेरे दिल पर कहर ढाया न कर।।
तेरे मुस्कुराने से शक़ हुआ है जमाने को।
मुझे देख कर,तू यूँ मुस्कुराया न कर।।
ये तेरी झुकी नज़रें ही तो क़त्ल करती हैं।
तू मेरी बातों पे शर्मा कर यूँ नजरें झुकाया न कर।। #Love#Moon#feelings#yqbaba#कविता#yqdidi#gajal#जज़्बात#जुल्फ़े#vद्रोही#shaamaawadh