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hugatgumnam6242
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Hugat Gumnam

I am a teacher by profession and a poet by intrest.

www.hugatGumnam.com

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Hugat Gumnam

मां ही असली रब है,
मां के होने से ही तो हासिल
होता सब है,
दुआओं में याद करती
मां जब है,
तो मां की हर बात मानने
केलिए मजबूर होता 
रब है,
परमात्मा ने मां का 
फैसला टाला कब है ?
इसीलिए
मां को हर वो खुशी दो
जिस से मां के चेहरे पर
मुस्कान दिखती गज़ब है,
क्योंकि
मां ही असली रब है,
मां के होने से ही तो हासिल
होता सब है ।

©Hugat Gumnam happy mother's day

happy mother's day #कविता

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Hugat Gumnam

*इस राखी तुम जरूर आना*

काम काज सारे छोड़ कर,
वहां के सारे रिवाज तोड़ कर,
इस राखी तुम जरूर आना,
प्यार का धागा जरूर पहनाना ।

बीमार रही थी तुम उस वर्ष,
करते रहे हम विचार विमर्श,
क्यों रह गई सूनी हमारी कलाई ?
तुम राखी पहनाने क्यों नहीं आई ?

खैर तुमने राखी किसी और के हाथ थी जरूर भिजवाई,
किंतु तुम्हारे राखी बांधने के एहसास को तरस रही थी मेरी कलाई ।
अगले साल का इंतजार लिए, उस वर्ष की राखी भी टूट गई,
मात्र सप्ताह बाद ही बहना तुम हमेशा केलिए हमसे रूठ गई,

रोते बिलखते छोड़ा तुमने सब को,
हमारी प्यारी दीदी अब प्यारी हो गई थी रब को,
हमारा मन न मान रहा था , 
मैं नासमझ सांसे दे रहा था ।

ऐसा लग रहा था जैसे चुपचाप वो गहरी नींद में सो गई थी,
हमें रोता देख अंतिम बार अंदर ही अंदर जैसे वो भी रो गई थी,
तब से लेकर आज तक हर राखी तुम्हारे बिन अधूरी है,
इंतजार रहता है हर राखी, तुम्हारी राखी जरूरी है,

इंतजार है बेशक झूठा, पर ईश्वर से एक गुजारिश है,
अगले जन्म मुझे फिर वही बहन दें, ऐसी एक सिफारिश है,

भाई बहन का प्यार रहा है अधूरा,
तुम्हारी राखी बिन हो सका न पूरा,
झूठी तसल्ली देता रहता मैं खुद को,
इस साल तो पहना जाओ राखी मुझको ।

सारे काम काज छोड़ कर,
वहां के सारे रिवाज तोड़ कर,
इस राखी तुम जरूर आना,
प्यार का धागा तुम जरूर पहनाना ।

😭😭😭miss u a lot deedi 😭😭😭

©Hugat Gumnam 😭😭😭

😭😭😭 #rakshabandhan

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Hugat Gumnam

#nationalanthem जय हिंद

#nationalanthem जय हिंद #कविता

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Hugat Gumnam

आखरी सांस तक हमारा हाथ छोड़ना मत,
हो जितनी भी मजबूरियां, मुंह मोड़ना मत,
साथ जीने मरने की कसम खाई है तुमने,
इन वादों को एक पल केलिए भी तोड़ना मत ।

©Hugat Gumnam
  #UskeSaath
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Hugat Gumnam

आवाज दो आगाज हो जाएगा,
अंधेरा है बेशक आज,
 कल उजाला जरूर आएगा,
डरता क्यों है मुश्किलों से ऐ मुसाफिर,
तू चल...
बस चलता चल,
मंजिल का दरवाजा एक दिन
 नजर जरूर आएगा ।

©Hugat Gumnam #galiyaan शायरी की डायरी👍🙏🥰

#galiyaan शायरी की डायरी👍🙏🥰 #कविता

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Hugat Gumnam

ऐ खुदा बस इतनी सी औकात बक्श देना,
सब्र से वाकिफ हो मेरी ख्वाइशें बस इतनी सी सौगात बक्श देना ।

©Hugat Gumnam
  #chai
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Hugat Gumnam

धड़कनों के एक घर में, हमसफर चाहिए,
इश्क करने का अब हमें भी हुनर चाहिए,
ख्वाबों में मुलाकातें अब अच्छी नहीं लगती,
आंखों को हकीकत में उनकी नज़र चाहिए ।

©Hugat Gumnam
  #dodil शायरी की डायरी🙏🥰👍❤️

#dodil शायरी की डायरी🙏🥰👍❤️ #कविता

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Hugat Gumnam

खाली थी बोतल पर नशा कुछ अजब था,
बिन पिए ही चढ़ रही, मामला कितना गजब था,
फुरसत नहीं थी किसी से बात करने की,
खोया था कुछ इस कदर, न दर्द था न मजे का सबब था ।

©Hugat Gumnam
  #khoj शायरी की डायरी👍❤️

#khoj शायरी की डायरी👍❤️ #कविता

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Hugat Gumnam

रूह क़ैद होकर जिस्म से कुछ पूछ रही है,
अंदर की घुटन से परेशान, 
बेबस वो टूट रही है,
मायूस है, दर्द से लतपथ है, 
फिर भी मेहनत से पत्थर वो कूट रही है,
अमरता का उपनाम लिए, 
रोज मरती क्या वो झूठ रही है ?
औरत है वो जन्मजात ही, 
कष्टों में ही डूब रही है,
हिंसा, बलात्कार रोज के समाचार, 
क्यों छपते हैं पूछ रही है ?
इस देश के सब मानुष से, रोते बिलखते वो पूछ रही है, 
हां वो पूछ रही है.....!

©Hugat Gumnam
  #TiTLi शायरी की डायरी👍👍🥰🙏

#TiTLi शायरी की डायरी👍👍🥰🙏 #कविता

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Hugat Gumnam

ऐ वक्त तू आज ठहर जा,
बेशक मुझपे बेबाक कहर ढा,
दर्द से सिसकियां ले रही जिंदगी, 
अब तो मजे से लहर जा,
कुछ तो रहम कर और सुकून का एक, सिर्फ एक ही पहर ला ।

©Hugat Gumnam
  #UskeSaath शायरी की डायरी

#UskeSaath शायरी की डायरी #कविता

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